जनता का काम करें या ट्रांसफर करवा लें अधिकारी : डॉ. चंद्रा
जागरण संवाददाता, हिसार शहर में विकास के काम नहीं हो रहे। जो अधिकारी लोगों को तकलीफ देगा और जनता के
जागरण संवाददाता, हिसार
शहर में विकास के काम नहीं हो रहे। जो अधिकारी लोगों को तकलीफ देगा और जनता के काम नहीं करेगा उसको यहां रहने का अधिकार नहीं। अधिकारी या तो सही तरीके से काम करें नहीं तो हिसार से अपना ट्रांसफर करवा लें। यह बात राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने पुराना राजकीय कॉलेज मैदान में सम्मान समारोह के दौरान कही। डॉ. चंद्रा ने पांच गांवों का कलस्टर बनाकर उनका सामूहिक विकास करवाने का भी ऐलान किया।
डॉ. चंद्रा ने कहा कि यहां पानी की गुणवत्ता खराब है। पानी की लाइन में सीवरेज का पानी आता है। इससे यहां बीमारियां बढ़ रही हैं। इसलिए दिन प्रतिदिन डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ रही है। यदि व्यवस्था ठीक हो तो जनता खुश रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र के पास सब कुछ है लेकिन वह चीजों को संभालकर नहीं रखते और न ही उनको ठीक करवाते हैं। यदि वह उनको सही करवा कर रखें तो जनता को प्राइवेट अस्पताल के जाना ही नहीं पड़े।
उन्होंने कहा कि 25-30 साल से हरियाणा में प्रशासन नाम की चीज नहीं है। जनता को अधिकारियों के पास क्यों जाना पड़ रहा है। अधिकारियों का फर्ज है कि समस्याओं का तुरंत हल करवाएं। इस दौरान छुट्टी पर चल रहे डीसी पर कटाक्ष करते हुए चंद्रा ने कहा कि वह ठीक से काम करें, नहीं तो उनकी पथरी जनता निकाल देगी।
उन्होंने कहा कि उनके छह साल के कार्यकाल में वह 15 गांवों को गोद लेंगे। आने वाले दो साल में पांच गांवों को मिलाकर वह उनका विकास करवाएंगे। वह ऐसे गांव होंगे की देशभर के लोग उनको देखने के लिए आएंगे। ऐसे ही दो-दो साल में पांच-पांच गांवों को गोद लेकर काम करवाया जाएगा।
जनता भी समझे अपना फर्ज
डॉ. चंद्रा ने कहा कि जनता अपना फर्ज समझे। हाउस टैक्स जो 70 करोड़ रुपये निगम हो आना चाहिए वह तीन करोड़ रुपये आता है। जनता उसे भरे तो वह पैसा शहर के विकास पर खर्च होगा। उन्होंने कहा कि वह लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होने देंगे।
जनता की समस्याओं को लेकर विधायकों से मिलेंगे
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में करीब साढ़े चार हजार करोड़ रुपये हिसार के लिए पास हुए लेकिन वह थर्मल पर लगा दिए। इससे शहर का विकास नहीं हुआ। लेकिन आगे ऐसा नहीं होने देंगे। वह राज्यसभा में इसकी आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज उठाने के लिए वह सभी विधायकों से जल्द मिलने वाले हैं ताकि जो सभी समस्या है वह उनको बताए वह संसद में उसे उठाएंगे।
डॉ. चंद्रा ने मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि डॉ. गुप्ता के आसपास रहने वाले लोग उन्हें कहते हैं कि वह अपने दम पर जीते हैं। लेकिन सीपीएस को भी पता है कि वह किसके दम पर चुनाव जीते हैं।
उन्होंने कहा कि सरपंचों को अब सीधा पैसा मिलता है लेकिन अधिकारी उनको काम करने से पहले बताने की बात कहते हैं। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। गांव के विकास में यह अड़चन है। उनकी कोशिश रहेगी कि इस व्यवस्था को सही किया जाए।
वहीं, मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि ढाई साल पहले कुरुक्षेत्र से डॉ. चंद्रा ने युद्ध शुरू किया था। उस समय कुरुक्षेत्र की सीट बाद में हिसार की विधानसभा सीट जिस पर एक परिवार का कब्जा था उस पर उनको विजय बनवाया। अब वह खुद राज्यसभा में जीतकर आए हैं। उन्होंने कहा कि हिसार के विकास में डॉ. चंद्रा का अहम योगदान है। कुछ माह में पता चलेगा कि हिसार को क्या-क्या मिला। वह डॉ. चंद्रा के साथ मिलकर विकास करवाएंगे।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि यह सम्मान समारोह सभी लोगों ने मिलकर किया है। डॉ. चंद्रा हिसार के लिए आए हैं और जनता उनका सम्मान कर रही है। इस दौरान छात्रा प्रेरणा ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर कविता प्रस्तुत की।
इस अवसर पर डॉ. चंद्रा के पिता एवं समाजसेवी नंद किशोर गोयंका, भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट, कुसुम रावलवासिया, धर्मेद्र गोयल, राधेश्याम आर्य, नवीन गर्ग, सुभाष शर्मा, ईश्वर सैनी, पवन खारिया, रमेश सैनी, बलबीर सिंह, कांता अल्ड़िया, धर्मेद्र गोयल, पूर्व मंत्री हरि सिंह सैनी, सरपंच में सूरजभान, घासीराम, राज कुमार, मनवीर आदि मौजूद थे।
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ये घोषणाएं की
- अगले 2 साल में हिसार जिले में 5 स्मार्ट विलेज बनाएंगे
-अग्रोहा में शिक्षण संस्थान बनेगा जहा फ्यूचर कोर्स (भविष्य के हिसाब से) ट्रेनिंग मिलेगी
- देश भर में एक करोड़ लोगों को स्किल ( दक्षता कौशल) देने के लिये विल टू स्किल योजना
- मुख्य संसदीय सचिव व वह खुद मिलकर शहर का विकास करवाएंगे
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डॉ. चंद्रा ने कहा कि अग्रोहा में हम एक ऐसा शिक्षण संस्थान तैयार कर रहे हैं जिसमें भविष्य की जरूरतों के हिसाब से ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि 20 साल बाद हिसार के युवाओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो और वे उस समय की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।