134ए के विरोध में प्राइवेट स्कूलों ने खोला मोर्चा
जागरण संवाददाता, हिसार : सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों की उपेक्षा व उनपर थोपे जा रहे असंवैधानिक नियम
जागरण संवाददाता, हिसार : सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों की उपेक्षा व उनपर थोपे जा रहे असंवैधानिक नियमों के विरोध में अब स्कूल संचालक भी खुलकर उतर आए है। प्राइवेट स्कूल संचालकों ने अपनी मागों को लेकर आदोलन की चेतावनी दी है, जिसकी पहली कड़ी में शुक्रवार को उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसके बाद शनिवार को जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों को बंद रखकर विरोध जताया जाएगा। अगर फिर भी सरकार प्राइवेट स्कूलों की मागों को नहीं मानती है तो इस आदोलन को प्रदेश स्तर पर चलाया जाएगा। यह निर्णय बृहस्पतिवार को होटल मून में आयोजित हिसार व साथ लगते जिलों के प्राइवेट स्कूलों से संबंधित संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने की।
बैठक में सीबीएसई,एचबीएसई, हरियाणा यूनाइटिड स्कूल एसोसिएशन और हरियाणा रिकोनाइज्ड स्कूल एसोसिएशन से संबंधित सभी स्कूलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में विस्तार से विचार विमर्श करते हुए निर्णय लिया। इसमें 6 मई को उपायुक्त हिसार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा और 7 मई को हिसार जिले के सभी स्कूलों को अपनी मागों के लिए सरकार से विरोध जताने के लिए बंद रखा जाएगा। उसके बाद भी सरकार नहीं मानती है तो इस आदोलन को पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। विदित हो कि सरकार की प्राइवेट स्कूल विरोधी नीतियों के विरोध में पानीपत, झज्जार और रेवाड़ी में भी शुक्रवार को प्राइवेट स्कूल बंद रखे जाएंगे।
ये है स्कूलों की मांग
बैठक में सरकार से माग की गई कि नियम 134ए के तहत सरकार दाखिल करने वाले गरीब बच्चों को 2300 रुपये महीना उनको सीधे बैंक खातों में दे या फिर 134ए को समाप्त करके आरटीई नियम लागू करे। इसके अलावा शिक्षा नियमावली का सरलीकरण करके सभी अस्थाई, परमिशन व गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को मान्यता दी जाए। इसके साथ-साथ स्कूल बसों की आयु सीमा को बढ़ाकर 20 वर्ष किया जाए तथा बढ़ाई गई परमिट रिन्यूवल फीस को भी वापस लिया जाए।
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में सीबीएसई से डीएस राणा, एचके शर्मा, राजपाल सिंधु, विरेद्र बामल, ईश्वर मालवाल, तेलूराम रामायण वाला, प्रताप वर्मा, शशी सहगल, घनश्याम शर्मा भिवानी, मागेराम पानीपत, महीपाल रेड्डू, रवि बिश्रनेई, राजू धत्तरवाल सहित अनेक स्कूल संचालक मौजूद थे।