थुराना गैंग के मुख्य सरगना ने मांगी गो सेवक से फिरौती
-अजीत नहीं, बिट्टू पहलवान है थुराना गिरोह का मुख्य सरगना - गो सेवक का सुरक्षाकर्मी भी फंसा, केस द
-अजीत नहीं, बिट्टू पहलवान है थुराना गिरोह का मुख्य सरगना
- गो सेवक का सुरक्षाकर्मी भी फंसा, केस दर्ज
जागरण संवाददाता, हिसार : गो सेवक हिमांशु ने अपने निजी सुरक्षाकर्मी सहित थुराना गैंग के मुख्य सरगना बिट्टू पहलवान के खिलाफ फिरौती मांगने व धमकी देने का केस दर्ज करवाया है। पुलिस को मामले की भनक लगते ही आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए हैं।
लोहारी राघो हाल आबाद सेक्टर 14 वासी हिमांशु काफी समय से पुलिस को पशु तस्करी व गोकशी के लिए ट्रक में गोवंश को ठूंस-ठूंसकर ले जाने वाले तस्करों की जानकारी देकर पकड़वाता रहा है। इसके चलते उसने अपनी जान का जोखिम देते हुए मिर्चपुर वासी हाल आबाद महाबीर कालोनी वासी दीपक को बतौर निजी सुरक्षा कर्मी रखा था।
आरोप है कि उसका सुरक्षाकर्मी दीपक का थुराना गैंग के मुख्य सरगना बिट्टू पहलवान से संपर्क था। कुछ दिन पहले दीपक ने उसे बिट्टू का डर दिखाकर उससे बात करने के लिए कहा। यह भी दबाव डाला कि वह काफी खूंखार है और उससे मिलकर फायदा होगा। अगर नहीं मिलते तो बुरा अंजाम भुगतना पड़ेगा।
55 किलोमीटर दूर जाकर मुलाकात
हिमांशु के अनुसार वह डर गया था। इसके चलते दीपक के कहने पर बिट्टू से मिलने जाने की हामी भर दी। हिसार से करीब 55 किलोमीटर दूर गांव मुंढाल के खेतों में बिट्टू पहलवान से मुलाकात की। वहां उससे 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। यह राशि नहीं देने पर जान से हाथ धोने की बात कही। उस दौरान हिमांशु वहां से चुपचाप लौटकर आ गया। इसके बाद पुलिस को मामले से अवगत करवाकर केस दर्ज करवा दिया।
पुलिस के खड़े हुए कान
इस मामले में बिट्टू पहलवान का नाम सामने आने पर पुलिस के कान खड़े हो गए। वह थुराना गैंग का मुख्य सरगना है जो काफी समय से पर्दे के पीछे थे। उसकी जगह अजीत पहलवान गैंग की कमान संभाले हुए था। अब वह हिसार सेंट्रल जेल में बंद है। सूत्रों की मानें तो पुलिस उक्त मामले में संलिप्त आरोपियों तक पहुंच गई है।
कई साल से भूमिगत था
थुराना गैंग का मुख्य सरगना बिट्टू पहलवान है। वह करीब तीन वर्षो से भूमिगत था। अब अजीत थुराना के पकड़े जाने के बाद बाहर आया है। उसने आते ही गोसेवक से फिरौती वसूलने का प्रयास किया। ऐसे में जाहिर है कि अजीत की गिरफ्तारी से गैंग की रीढ़ टूट चुकी है। बिट्टू किसी भी तरह पुन: अपने गैंग का वर्चस्व कायम रखना चाहता है।
यह भी हो सकता है
- अजीत जेल में बंद है। ऐसे में बिट्टू के पास पैसा पहुंचना बंद हो गया। इसलिए फिरौती वसूलना चाहता होगा।
- अजीत के जेल में जाने के बाद गैंग खत्म हो गया है। बिट्टू की गिरफ्तारी होगी तो वह जेल में जाएगा। उसे पानू गैंग से अलग बैरक में थुराना गिरोह के साथ रखा जाएगा।
- अजीत की गिरफ्तारी से पानू गैंग की सक्रियता जरूर हुई होगी। अजीत व उसके साथियों को गैंगवार में मारने का प्रयास किया जाएगा।
-इसी तरह बिट्टू भी अकेला हो गया था। वह जेल में अपने गिरोह के साथ रहेगा तो बाहर के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित महसूस करेगा।
जल्द पकड़ेंगे आरोपी : एसएचओ
गो सेवक हिमांशु की शिकायत पर उसके निजी सुरक्षाकर्मी व बिट्टू पहलवान के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उनकी धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए हैं।
-प्रदीप यादव, एसएचओ शहर थाना