महिलाओं ने दिखाई स्वरोजगार की राह
जागरण संवाददाता, हिसार : कभी घर की चारदिवारी तक सीमित रही गाव चिकनवास की महिलाओं ने स्वरोजगार में आय
जागरण संवाददाता, हिसार : कभी घर की चारदिवारी तक सीमित रही गाव चिकनवास की महिलाओं ने स्वरोजगार में आयाम स्थापित किया है। महारानी लक्ष्मी बाई स्वयं सहायता समूह चला रही महिलाएं घरेलू खर्च के लिए अब पुरुषों पर निर्भर नहीं हैं। इन जाबांज महिलाओं ने हरियाणा प्रदेश में पुरुषों का एकाधिकार रहे दूध कारोबार को अपना व्यवसाय बना लिया है। हिसार-फतेहाबाद मुख्य मार्ग पर स्थित गाव चिकनवास की इन महिलाओं ने चार माह में मिसाल कायम की है। इस समूह की महिलाएं घर के कामकाज के साथ महज दो से तीन घंटे योगदान देकर चार से पांच हजार रुपये कमा रही हैं।
चार माह की लगन रंग लाई
महज चार माह की लगन ने इस कदर कारवां बना डाला कि पांच से 35 महिलाएं समूह में काम कर रही हैं। महारानी लक्ष्मीबाई स्वयं सहायता समूह की प्रधान गीता देवी ने बताया कि उन्हें राह गु्रप फाउडेशन नामक संस्था ने राह दिखाई। हौसला बढ़ा और दूध के कारोबार बढ़ता चला गया। हालांकि शुरूआत में राह थोड़ी कठिन नजर आई। पहले चरण में महिलाओं को दूध उधार नहीं मिला। परिजनों ने भी यह काम करने से रोका परंतु उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। कल तक महिलाओं को दूध के क्षेत्र में आने की खिल्ली उड़ाने वाले आज साथ है।
सैनिक परिवार तक पहुंचेगा दूध
गाव चिकनवास के स्वयं सहायता समूह आने वाले दिनों में हिसार छावनी क्षेत्र में रहने वाले सैनिक परिवारों को दूध उपलब्ध करवाने की तैयारी में है। सैनिक परिवारों को कम कीमत में बढि़या दूध व दूध से बने उत्पाद उपलब्ध करवाए जाएंगे। प्रधान गीता के अनुसार जल्द ही सुबह व शाम उनका समूह दूध मुहैया करवाएगा।
एक दर्जन गावों में चलेगी योजना
गाव चिकनवास में स्वयं सहायता समूह के सफलता से उत्साहित राह संस्था जिले के एक दर्जन गावों में इस योजना को चलाने जा रही है। पहले चरण में एक दर्जन के करीब गावों में दस-दस महिलाओं व युवा केंद्रों के सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिन्हें प्रशिक्षण दिलवाकर कारोबार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।