श्यामसुख में दूषित पेयजल सप्लाई से लोगों में रोष
संवाद सूत्र, अग्रोहा : खंड के गाव श्यामसुख में लोग पिछले चार माह से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। जिसके चलते बृहस्पतिवार को गाववासियों ने जलघर के समक्ष प्रदर्शन कर सरकार व जन स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना रोष प्रकट किया।
लोगों का कहना है कि भू-जल पीने लायक न होने के बावजूद भी जलघर से ट्यूबवेल का पानी सप्लाई किया जा रहा है। नहरी पानी की सप्लाई न होने के कारण लोग दूषित पानी पीने का मजबूर है, जिससे अधिकाश लोग पेट के रोगी होते जा रहे हैं। जलघर के नजदीक नहर होने के बावजूद भू-जल की सप्लाई की जा रही है।
गाववासी महावीर शर्मा, लालचंद, सुभाष नोरग हसराज का कहना है कि गाव में जलघर का निर्माण 1967 में हुआ था। उस समय पानी स्टोर करने के लिए जलघर में चार बड़े वाटर टैक (हौद) बनाए गए थे। तब यह जलघर तीन गावों को जलापूर्ति करता था। अब एक गाव को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा। पानी की बढ़ती माग को देखते हुए पिछले साल जलघर में एक ट्यूबवेल लगाया गया, ताकि लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके लेकिन भू-जल दूषित होने के कारण ट्यूबवेल का पानी अब पीने लायक नहीं है। वहीं, नहर से जल घर को जोड़ने वाली पानी की नाली घास-फूस से अवरुद्ध हो गई है और मरम्मत के अभाव में वाटर टैंक भी खराब हो गए हैं। जलघर कर्मी पानी स्टोर करने के झझट में पड़ने की बजाय ट्यूबवेल का पानी सीधे गाव में सप्लाई कर रहे हैं, जिससे अधिकाश गाववासी पेट रोगी हो गए हैं।
गाववासी मनफूल, सुल्तान, रामकुमार, विकास, सरजीत का कहना है कि जन स्वास्थ्य विभाग जलघर की सुध न लेकर सात हजार की आबादी वाले इस गाव के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। लोगों का कहना है कि इस समस्या के बारे में वे जन स्वास्थ्य विभाग व उकलाना हल्का के विधायक नरेश सेलवाल को कई बार अवगत करा चुके है, लेकिन उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी पेयजल समस्या का शीघ्र कोई समाधान नहीं किया गया तो वे अग्रोहा-बरवाला मार्ग जाम करने को विवश होंगे।