मैप खोलेगा पंचायती जमीन का राज
अमित धवन, हिसार
प्रदेश में पंचायती जमीन का राज अब एक मैप खोलेगा। जमीन पर कहां कब्जा हुआ और कहां कितनी जमीन खाली पड़ी है इसकी पूरी जानकारी मैप में दी जाएगी। यह डाटा हरियाणा राज्य के बनने के बाद का होगा। हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (हरसेक) ऐसा मैप तैयार कर रहा है जिसमें गांव में खाली, कब्जे व निर्माण हो चुकी पंचायती जमीन की पूरी जानकारी होगी।
हरियाणा के गठन के बाद सरकार की तरफ गांव में पंचायती जमीन छोड़ी गई। इसमें जोहड़, पंचायत घर, स्कूल, अस्पताल आदि का निर्माण भी किया गया। सरकार की तरफ से शुरू की गई योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को गांव में 100-100 गज के प्लॉट भी दिए जा रहे हैं। पंचायती जमीन पर कुछ लोगों द्वारा गांव में कब्जा भी किया गया, जिसकी समय समय पर शिकायत प्रशासन के पास आती रहती है। पंचायत के पास आखिर कितनी जमीन थी और कितनी रह गई इसका पूरा मैप तैयार किया जा रहा है। रिकॉर्ड में पंचायत को भी अपनी जमीन का पता नहीं है। हरसेक की तरफ से तैयार किए जा रहे मैप से ग्राम पंचायत और प्रशासन को काफी फायदा होगा। यदि किसी व्यक्ति द्वारा जमीन पर कब्जा किया गया है तो उसका भी पता चल जाएगा और प्रशासन उसे छुड़वा सकेगा।
हरसेक के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. आरएस हुड्डा ने बताया कि गांव में पंचायती जमीन का मैप तैयार किया जा रहा है। इससे पंचायती जमीन कहां खाली और कहां पर कब्जा है इसकी पूरी जानकारी मिलेगी।
यह होगा मैप में
- पंचायती जमीन पर कहां सरकारी स्कूल, अस्पताल बना है
- सजरे बनाकर कितनी जमीन छोड़ी गई, उसका मार्क होगा
- जमीन पर कितना और कहां-कहां कब्जा है।
- कितने मकान बने हैं और कितनी खाली जमीन पड़ी है।
इस तरह कर रहा काम
हरसेक की तरफ से अमेरिकन सेटेलाइट की मदद से डाटा लिया जा रहा है। यह 0.5 मीटर तक की चीज को देखकर उसकी फुटेज तैयार करती है और इसकी जानकारी वैज्ञानिकों को मिलती है।