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गायनी वार्ड की बिल्डिंग को मरम्मत का इंतजार

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पहले ही जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए जगह कम पड़ रही है, फिर

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 07:34 PM (IST)
गायनी वार्ड की बिल्डिंग को मरम्मत का इंतजार
गायनी वार्ड की बिल्डिंग को मरम्मत का इंतजार

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पहले ही जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए जगह कम पड़ रही है, फिर भी पिछले दो वर्ष से गायनी वार्ड की बिल्डिंग बंद पड़ी है। बिल्डिंग की मरम्मत करने में देरी की जा रही है। अगर अस्पताल के इस हिस्से की मरम्मत जल्द कर दी जाए तो गर्भवती महिलाओं के लिए बड़ी राहत होगी।

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दरअसल, वर्ष 2015 में पीडब्ल्यूडी विभाग ने अस्पताल बिल्डिंग के गायनी वार्ड हिस्से को जल्द खाली करने के आदेश दिए थे। क्योंकि बिल्डिंग की छत से हर रोज सीमेंट का मलबा गिरने लगा था। पीडब्ल्यूडी विभाग से स्वास्थ्य विभाग ने बिल्डिंग की जांच कराई थी, जिसमें पीडब्ल्यूडी विभाग टीम ने रिपोर्ट दी थी कि बिल्डिंग रहने लायक नहीं है और जितना जल्द हो खाली कर दी जाए।

स्वास्थ्य विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग की रिपोर्ट के आधार पर गायनी वार्ड को खाली कराकर सेक्टर दस अस्पताल बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया था। इस कारण नार्मल डिलीवरी के लिए गर्भवती महिलाओं को सेक्टर दस जाना पड़ रहा है और सिजेरियन से होने वाली डिलीवरी को जिला नागरिक अस्पताल आना होता है। ऐसे में मरीज तय नहीं कर पाते हैं कि डिलीवरी नार्मल या सिजेरियन होनी है। ऐसे में मरीज अस्पतालों के चक्कर लगाने में लगा रहता है। अगर बिल्डिंग की मरम्मत कर जल्द दुरुस्त कर दिया तो नार्मल व सिजेरियन डिलीवरी के लिए स्वास्थ्य सुविधा एक स्थान पर मिलेगी।

पीडब्ल्यूडी ने मरम्मत से किया इन्कार

पीडब्ल्यूडी विभाग ने बिल्डिंग के इस हिस्से की मरम्मत करने के लिए 33 लाख का बजट मांगा था। स्वास्थ्य विभाग ने कई माह पहले 33 लाख पीडब्ल्यूडी विभाग को दे दिए हैं लेकिन बाद में मरम्मत करने से विभाग ने मना कर दिया। क्योंकि पीडब्ल्यूडी इंजीनियर ने बिल्डिंग को मरम्मत करने के हालत में नहीं बताया। इंजीनियरों का कहना है कि अगर बिल्डिंग की मरम्मत की जाएंगी तो भी ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा।

आइआइटी रुड़की के इंजीनियर से बिल्डिंग की जांच करानी है। उच्च अधिकारियों को मांग भेज दी गई थी। पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर मरम्मत के लायक नहीं बता रहे है तो नगर निगम के इंजीनियर बिल्डिंग सही बता रहे हैं। इसीलिए आइआइटी रुड़की के एक्सपर्ट बुलाए जाएंगे।

- डॉ. कांता गोयल, प्रधान चिकित्सा अधिकारी


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