हर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी गुरुग्राम में ही चाहता है जमीन
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम खेल के नाम पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी साइबर सिटी में जमीन चाहते हैं। चा
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम
खेल के नाम पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी साइबर सिटी में जमीन चाहते हैं। चाहे वह खिलाड़ी गुरुग्राम जिला का रहने वाला हो या नहीं। अपने बिजनेस को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की चाह है कि जमीन सिटी में मिले। ताकि दिल्ली के नजदीक होने का फायदा उन्हें मिल सके। हालांकि, अभी किसी को जमीन नहीं मिली है लेकिन खिलाड़ी कहीं ना कहीं मंच पर बोलकर लोगों को यह जताना चाहते है कि वो बेहतर खिलाड़ी तैयार करने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार उन्हें जमीन नहीं दे रही है। यह अलग बात है कि जमीन मिलने के बाद कोई भी फ्री को¨चग नहीं देगा। प्रदेश में एक खिलाड़ी को दी गई जमीन पर चल रही को¨चग सेंटर पर पैसे लेकर को¨चग दी जा रही है।
गांव में लें जमीन
सवाल खड़ा हो रहा है कि खेलों को बढ़ावा देना है तो प्रदेश के गांवों में जमीन क्यों नहीं खिलाड़ी मांग रहे। वहां पर खिलाड़ियों की संख्या भी ज्यादा रहेगी। लेकिन वहां पर को¨चग लेने के लिए नये खिलाड़ी ज्यादा पैसे नहीं देगा। यही कारण है कि कोचिंग सेंटर खोलने वाले खिलाड़ी साइबर सिटी में जमीन चाहते हैं। खेल जगत के लोगों का कहना है कि अगर जमीन देनी है तो खिलाड़ियों को उसी जिले में दे दे, जहां के रहने वाले हैं और शर्त पर दे कि को¨चग फ्री देनी होगी।
एक खिलाड़ी ने फ्री मिली जमीन पर जमाया बिजनेस
प्रदेश के एक खिलाड़ी को खेल को बढ़ावा देने के नाम पर कई एकड़ जमीन दी गई। लेकिन उस खिलाड़ी ने बड़ा स्कूल स्थापित किया और मोटी फीस पर को¨चग दी जा रही है। एक आम बच्चा को¨चग सेंटर से दूर है। प्रदेश की सरकारी जमीन फ्री देने का क्या फायदा हुआ, जिस जमीन पर एक गरीब को बच्चा को¨चग नहीं ले पा रहा है। इसी तरह हर खिलाड़ी अपना बिजनेस स्थापित करने की जुगत में लगा है।