युवाओं पर चढ़ा बेनामी संदेश भेजने का खुमार
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम फेसबुक इन दिनों साराहाह एप के जरिए बिना नाम के संदेशों से
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
फेसबुक इन दिनों साराहाह एप के जरिए बिना नाम के संदेशों से भरा हुआ है। इस एप के जरिए कोई भी बिना लॉगइन किए अपना संदेश दूसरे तक पहुंचा सकता है। युवाओं पर इस एप का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। हालांकि, एप लोगों के बीच एक हफ्ते से भी कम समय में बेहद लोकप्रिय हो गया है, लेकिन कई लोगों को जानकारी के अभाव में परेशानियां भी हो रही हैं। इस एप के संदेश भेजने वालों की पहचान कैसे हो व इससे कैसे बचा जा सकता है जैसी बातों को जानने के लिए लोग परेशान हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मनोरंजन के साथ परेशानियों में भी डाल सकते हैं इस तरह के एप।
एप ऐसे करता है काम
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट नीलम रहेजा के मुताबिक इस एप के लिए एक प्रोफाइल बनानी होती है जिसे बिना लॉगइन किए कोई भी देख सकता है। लोग इस प्रोफाइल को देखकर इसपर मैसेज भेज सकते हैं। अगर कोई लॉगइन करके भी मैसेज भेजता है तो भी पहचान गुप्त होती है। हालांकि अगर कोई चाहे तो अपनी पहचान को अपनी मर्जी से बता भी सकता है। इस संदेश को प्राप्त करने वाले उसे डिलीट कर सकता है, रिप्लाई कर सकता है व फेवरेट में एड भी कर सकता है।
इससे पहले भी आए हैं इस तरह के एप्स
साराहाह एप इस तरह का पहला एप नहीं है, जिससे बिना पहचान जाहिर किए संदेश भेजे जा सकते हैं। ईयाप सीक्रेट्स व व्हिस्पर जैसे एप्स भी इस तरह के संदेशों को भेजने के लिए बनाए गए थे लेकिन साराहाह को जितनी सराहना मिली उतनी लोकप्रियता किसी अन्य एप को नहीं मिली है।
ऐसे पा सकते हैं निजात
साराहाह एप के माध्यम से जबतक प्रेरणादायक व सरहाना के संदेश मिलते हैं तबतक तो ठीक है लेकिन जब इसपर आलोचना व अपशब्दों का प्रयोग होने लगता है तो यह यूजर्स के गले की हड्डी बन जाता है। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट मुकेश कुमार के मुताबिक जो लोग इस एप के संदेशों से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें कुछ प्राइवेसी से¨टग्स करनी होती हैं। उनके मुताबिक अपनी प्रोफाइल को सर्च रिजल्ट से हटाकर, अपनी प्रोफाइल को शेयर न करने की से¨टग करके, व अनऑथराइज्ड यूजर्स को अपना प्रोफाइल देखने से रोकने की से¨टग करके भी इस एप के संदेशों से छुटकारा मिल सकता है। इस एप के सेंडर को ब्लॉक भी किया जा सकता है।
....
यूथ इन दिनों एप्स को लेकर क्रेजी रहता है। ऐसे में इस एप को लेकर भी बहुत क्रेज देखने को मिल रहा है। साराहाह का अर्थ होता है ईमानदारी लेकिन जरूरी नहीं कि लोग आपके लिए ईमानदार कमेंट करें। कई बार ऐसे एप्स से ब्लैकमे¨लग व अब्यूज का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लोगों को इस तरह के एप बेहद सतर्कता के साथ यूज करने चाहिए।
- अंकित पचौरी, टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट
मुझे लगता है युवाओं को कंस्ट्रक्टिव व मी¨नगफुल एप्स को ही फॉलो करना चाहिए। इस एप में भी कोई बुराई नहीं है। इससे फ्रीडम ऑफ स्पीच को बढ़ावा मिलता है लेकिन इसके दुष्प्रभावों को भी ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि आजकल इंटरनेट पर 'ट्रोल' करना एक ट्रेंड बन गया है और इस एप से अगर ट्रो¨लग शुरू हो गई तो लोगों को डिप्रेशन का खतरा भी है।
- निधि सिन्हा, एप डेवलपर, आइटी एक्सपर्ट