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गुरुग्राम से लिखा जाएगा हरियाणा के आइटी सेक्टर के सशक्तीकरण का अध्याय

यशलोक ¨सह, गुरुग्राम गुरु द्रोण की धरती गुरुग्राम से हरियाणा के आइटी-बीपीएम (इंफार्मेशन ट

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Aug 2017 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 23 Aug 2017 03:00 AM (IST)
गुरुग्राम से लिखा जाएगा हरियाणा के आइटी सेक्टर के सशक्तीकरण का अध्याय

यशलोक ¨सह, गुरुग्राम

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गुरु द्रोण की धरती गुरुग्राम से हरियाणा के आइटी-बीपीएम (इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी-बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट) सेक्टर के सशक्तीकरण का अध्याय लिखा जाएगा। इसके लिए तैयारियों का दौर शुरू हो चुका है। आने वाले 15 सितंबर को यहां आइटी-आइटीईएस समिट का आयोजन किया जाएगा। इसी दौरान पहली बार हरियाणा की पृथक आइटी पॉलिसी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल लांच करेंगे। इसका मकसद आइटी सेक्टर को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर व माहौल देकर इस क्षेत्र की देशी-विदेशी कंपनियों को निवेश के लिए आकर्षित करना है। अभी गुरुग्राम ही प्रदेश की आइटी-बीपीएम का सबसे बड़ा हब है।

आइटी सेक्टर से जुड़े लोगों की काफी पहले से यह मांग रही है कि सरकार कर्नाटक की तरह से अलग से आइटी पॉलिसी लाए। अगर ऐसा होगा तो इस सेक्टर पर विशेष फोकस करने और इसे बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। अब उनकी यह मांग पूरी होने जा रही है। अब तक आइटी पॉलिसी हरियाणा के उद्योग नीति का एक हिस्सा है। इस पॉलिसी को लेकर आने के पीछे सरकार की मंशा इसके दायरे को प्रदेश भर में विस्तृत करने का है। इसके माध्यम से ऐसा माहौल तैयार किया जाएगा, जिससे इसका दायरा गुरुग्राम के अलावा अन्य जिलों तक विस्तृत हो सके। गुरुग्राम में अभी 450 बड़ी आइटी-आइटीईएस (आइटी-इनेबल्ड) कंपनियां हैं। छोटी कंपनियों को मिलाकर कुल 1200 कंपनी हैं। इनकी संख्या को बढ़ाने को लेकर आइटी पॉलिसी में काफी कुछ होगा। बता दें कि पूरी दुनिया भर के बीपीएम सेक्टर का पांच फीसद वर्क फोर्स गुरुग्राम में कार्यरत है। आने वाले समय में इसमें और भी इजाफे की उम्मीद की जा रही है।

पिछले करीब 12 वर्षों से आइटी सेक्टर का विस्तार नाममात्र का ही हुआ है। इसे लेकर गुरुग्राम के आइटी सेक्टर में काफी नाराजगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सरकार ने आइटी-बीपीएम सेक्टर की भलाई के लिए कार्य नहीं करती है तो इसका दूसरे राज्यों में पलायन हो सकता है। इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी समस्याओं के कारण ही इन कंपनियों ने अपना विस्तार यहां नहीं किया है। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर प्रदेश की मनोहर सरकार ने नई आइटी पॉलिसी को तैयार किया है।

वर्जन..

प्रदेश सरकार की नई आइटी पॉलिसी का अनावरण 15 सितंबर को आइटी-आइटीईएस समिट के दौरान गुरुग्राम में किया जाएगा। इसके लिए तैयारियों का सिलसिला जारी है। इसमें देश-विदेश के आइटी दिग्गज शिरकत करेंगे। पॉलिसी आने बाद प्रदेश भर में आइटी सेक्टर को नई दिशा मिलेगी।

एमके सरदाना, जीएम आइटी गुरुग्राम

आने वाली आइटी पॉलिसी की खास बातें

-आइटी-बीपीएम कंपनियों को कैपिटल सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा

-प्रॉपर्टी टैक्स में भी इन कंपनियों को छूट देने का प्रावधान किया गया है

-स्टांप ड्यूटी में भी कंपनियों को शत प्रतिशत ¨रबर्समेंट की सुविधा दी जाएगी

-कमर्शियल कॉपरेशन को लेकर सात साल की छूट

-स्टांप व इलेक्ट्रिसिटी में भी सात साल की छूट

-जिन भी आइटी कंपनियों ने प्रदेश सरकार के साथ एमओयू साइन किया है, उन्हें 5.49 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जाएगी

-ब्लॉक ए में स्थापित होने वाली कंपनियों को ईडीसी में 50 प्रतिशत की छूट

-ब्लॉक बी, सी व डी में स्थापित होने वाली कंपनियों को ईडीसी में शत प्रतिशत की छूट

-सीएलयू शुल्क में 50 फीसद की छूट

-इंस्पेक्टर राज से पूरी तरह से मुक्त होगी नई आइटी पॉलिसी


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