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पहले अपने बच्चों की सुनो : ब्रम्हदीप ¨सधू

अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम : साइबर सिटी के युवाओं में नशा तेजी से फैल रहा है। हर साल दस हजार से ज्य

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jun 2017 08:02 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jun 2017 08:02 PM (IST)
पहले अपने बच्चों की सुनो : ब्रम्हदीप ¨सधू

अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम :

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साइबर सिटी के युवाओं में नशा तेजी से फैल रहा है। हर साल दस हजार से ज्यादा युवा नशे की लत से ग्रस्त हो रहे हैं।

डाक्टरों का कहना है कि इस साल अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर थीम (पहले सुनो) है और पैरेंट्स को अपने बच्चों की सुननी होगी।

अगर परिजन अपने युवाओं की सुनेंगे तो नशा से उन्हें बचाया जा सकता है। जिला स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार हर रोज 25 से 30 युवा मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं जो किन्हीं कारण से नशे की लत से ग्रस्त हैं। जिला नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ मनो रोग विशेषज्ञ डॉ. ब्रम्हदीप ¨सधू का कहना है कि शहर में हर रोज युवा नशे की लत में शामिल हो रहा है। डा. सिंधू ने कहा कि शौक में नशा करने वालों की संख्या ज्यादा नहीं है। यह जो संख्या बढ़ रही है उन्हें किसी न किसी तरह की परेशानी है। इसके लिए पढ़ाई, नौकरी, व्यापार में दबाव के अलावा घर का माहौल भी जिम्मेदार है। शहर की हाई सोसायटी में बच्चों को कम समय देना भी छोटी उम्र में नशे की तरफ खींच रहा है। हमारे पास ऐसे बहुत मरीज पहुंच रहे हैं जो अकेलेपन के कारण नशे की तरफ चले गए।

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भारत में अफीम व हेरोइन की खपत : डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया में भारत भी हेरोइन का बड़ा उपभोक्ता देश बनता जा रहा है। वर्ष 2001 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 12 से 60 वर्ष आयु वाले लोग 0.7 प्रतिशत लोग प्रति माह सेवन कर रहे हैं। इसी तरह 12 से 60 वर्ष के 3 प्रतिशत लोग भांग का सेवन करते हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हेरोइन व अफीम का नशा कितनी तेजी से बढ़ रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वर्ष 2008 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 17 मीट्रिक टन हेरोइन और 65-70 मीट्रिक टन अफीम की खपत हर वर्ष हो रही है।

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शराब का सेवन :

देश में शराब पीने वालों की संख्या भी अच्छी खासी है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में 15 से 20 प्रतिशत लोग शराब पी रहे हैं। देश में आज शराब पीने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 20 वर्ष पहले भारत में 300 लोगों की संख्या में 1 व्यक्ति शराब पीता था और आज 300 लोगों में 15 लोग शराब पीने के आदि है।

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गर्भवती महिलाओं को खतरा :

साइबर सिटी समेत देश के बड़े शहरों में महिलाओं मे शराब सेवन का चलन बढ़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार 40 प्रतिशत महिलाएं शराब पीने की लत से ग्रस्त हैं, जबकि डाक्टरों के अनुसार गर्भवती महिलाओं में शुरू के दिनों में 12 प्रतिशत अधिक खतरा होता है और शिशु के मस्तिष्क में विकृति की संभावना ज्यादा रहती है। शराब पीने वाली महिलाओं को गर्भपात होने का खतरा ज्यादा रहता है।


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