सेक्टर नौ राजकीय पीजी कॉलेज
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : शहर के कोने में बसे राजकीय पीजी कॉलेज से शहर ही नहीं बल्कि शहर के आस
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : शहर के कोने में बसे राजकीय पीजी कॉलेज से शहर ही नहीं बल्कि शहर के आसपास के ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है। कॉलेज ने अपने दस वर्ष पूरे कर लिए हैं। इन दस वर्षो में कॉलेज ने निरंतर विकास किया है व इसमें विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ी है। कॉलेज की स्थापना 2003 में हुई थी। 11.85 एकड़ में बने कॉलेज में लगभग विद्यार्थी अध्यनरत हैं।
बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर
कॉलेज में 25 शैक्षणिक कक्षाएं व पांच कंप्यूटर लैब हैं। इसके अलावा विज्ञान लैब का विकास किया जा रहा है। कॉलेज को इसी सत्र से बीएससी नॉन मेडिकल की एक यूनिट को मंजूरी मिली है, जिसके चलते अब विद्यार्थियों को साइंस के लिए किसी और कॉलेज में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। कॉलेज में आठ कमरों के पीजी ब्लॉक का भी निर्माण हुआ है, जिसके चलते अब विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए कमरों की कमी नहीं पड़ेगी। कॉलेज में सेमिनार हॉल भी है, जहां पर साहित्यिक आयोजन होते रहते हैं।
पीजी कोर्स
एमए इकॉनॉमिक्स
एमकॉम
एमएससी मैथ
एमसीए
डिप्लोमा
पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन जरनलीज्म एंड मास कम्यूनीकेशन
स्नातक कोर्स
बीए पास कोर्स
बीए इंग्लिश ऑनर्स
बीए इकॉनॉमिक ऑनर्स
बीकॉम ऑनर्स
बीकॉम पास
बीबीए
बीसीए
बीटीटीएम
बीएससी नॉन मेडिकल
एंफी थिएटर है कॉलेज की विशेषता
कॉलेज की लाइब्रेरी तथा पीजी ब्लॉक के बीच विशालकाय एंफी थियेटर बनाया गया है, जहां पर सांस्कृतिक तथा अन्य प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। प्रदेश का पहला ऐसा कॉलेज है, जहां पर इस थियेटर का निर्माण किया गया है। इसमें एक हजार विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था है।
अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ
यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के द्वारा चलाई जा रही एक योजना के तहत कॉलेज के विद्यार्थी तथा प्राध्यापक 'इंफ्लिबनेट' के माध्यम से देश-विदेश के 2000 पत्र पत्रिकाओं को इंटरनेट पर देख व पढ़ सकते हैं। ऐसे में विद्यार्थी विभिन्न पत्र पत्रिकाओं के जरिए देश दुनिया की जानकारी प्राप्त होती है तथा विभिन्न परीक्षाओं आदि की तैयारी में भी मदद मिलती है।
कंप्यूटरीकृत लाइब्रेरी
कॉलेज में शहर की पहली कंप्यूटरीकृत लाइब्रेरी का निर्माण किया गया। करीब तीन साल पहले बनाई गई इस लाइब्रेरी में हजारों की संख्या में पुस्तकें हैं तथा इन्हें इस तरह से रखा गया है कि एक सॉफ्टवेयर की मदद से एक एक पुस्तक की स्थिति उसके लेखक का नाम तथा अन्य जानकारी मात्र एक क्लिक से प्राप्त की जा सकती है। इस लाइब्रेरी की वजह से विद्यार्थियों को खासी मदद मिलती है।
मल्टी परपज हॉल
सेक्टर 14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय के तर्ज पर सेक्टर नौ कॉलेज में भी मल्टी परपज हॉल का निर्माण किया जा रहा है। इस हॉल में कार्यक्रमों के आयोजन व सेमिनार होंगे। यह हॉल निर्माणाधीन है। इसमें साइंस ब्लॉक भी बनाया गया है, जिससे आने वाले समय में विद्यार्थियों का खासा फायदा पहुंचेगा।
कैसे पहुंचे
शहर का यह कॉलेज सेक्टर नौ में स्थित है। यहां पर जाने के लिए रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से सिटी बस सर्विस है, इसके अलावा थ्री व्हीलर भी बेहतर साधन के रूप में उपलब्ध है।
'कॉलेज शहर के विद्यार्थियों के लिए सरकार की तरफ से एक तोहफा था। पहले मात्र दो राजकीय महाविद्यालयों से विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा ग्रहण करने में दिक्कतें आ रही थी व तीसरे कॉलेज की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। खासकर ग्रामीण इलाके के विद्यार्थियों को इस कॉलेज से काफी फायदा पहुंचा है।'
- इंदू जैन, प्राचार्य
'कॉलेज के कोर्स विद्यार्थियों को आकर्षित करते हैं। कॉलेज को 14 साल हो गए हैं व पंद्रह कोर्स में छह पीजी कोर्स शामिल हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को काफी लाभ मिल रहा है। यहां नया साइंस ब्लॉक बन गया गया, जिसमें कि साइंस के कोर्स चलाए जाएंगे। कॉलेज लगातार संसाधनों व सुविधाओं के लिहाज से तरक्की कर रहा है।'
- प्रो. आरके आहुजा, प्राध्यापक