आतंकवाद के खिलाफ एनएसजी ने किया लोगों को जागरूक
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की ओर से रविवार को दिल्ली-गुरुग्राम
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की ओर से रविवार को दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित एंबियंस मॉल में आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया। इस दौरान गैर सरकारी संगठन अस्मिता ग्रुप की ओर से आतंकवाद पर आधारित नाटक का मंचन कर लोगों को जागरूक किया गया। इसके माध्यम से यह दिखाया गया कि जब आतंकवादी हमला होता है तो कितना नुकसान होता है। इलाके में किस प्रकार भय का माहौल बन जाता है। नाटक के माध्यम से कलाकारों ने संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा। हर स्तर पर जागरूकता से ही आतंकवाद का बेहतर तरीके से मुकाबला किया जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरुग्राम मंडल के आयुक्त डॉ. डी. सुरेश ने कहा कि आतंकवाद पूरी विश्व की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इसके लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा। अपना देश इस समस्या से पिछले कई वर्षों से लगातार जूझ रहा है। आवश्यकता है एक-एक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभाने की। आसपास में कौन रह रहा है, उसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। एनएसजी में आइजी प्रमोद फलनिकर, आइजी एसएस मिश्रा, आइजी अभिषेक त्रिवेदी, फोर्स कमांडर-1 ब्रिगेडियर गौतम गांगुली, ग्रुप कमांडर राकेश कुमार आदि ने भी लोगों को आतंकवाद के बारे में जागरूक किया।
शहीदों की विधवाओं का किया सम्मान
कार्यक्रम में आतंकवादी हमले में शहीदों की विधवाओं का सम्मान किया गया। सेक्टर 10 निवासी शम्मी अहलावत के पति वेद ¨सह अहलावत बीएसएफ में डीआइजी थे। वह शिलांग में तैनाती के दौरान 21 मई 2001 को आतंकवादियों के साथ संघर्ष करते हुए शहीद हो गए। शम्मी अहलावत ने बताया कि देश के लिए शहादत देने से बड़ा कुछ भी नहीं। उन्हें गर्व है कि वह एक शहीद की पत्नी हैं। एक-एक बच्चे में देश के लिए मर मिटने का जज्बा पैदा होना चाहिए। बच्चों एवं हर उम्र के लोगों में जज्बा भरने का एनएसजी का प्रयास देश की मजबूती में मील का पत्थर साबित होगा।
हस्ताक्षर करके आतंकवाद के खिलाफ संकल्प
कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में लोगों ने हस्ताक्षर करके आतंकवाद के प्रति अपना संकल्प व्यक्त किया। दिल्ली से आई माहेश्वरी, वीणा एवं हर्षा आदि ने बताया कि उन लोगों को एनएसजी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर गर्व महसूस हो रहा है। निश्चित रूप से हम सभी को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा। यह समस्या केवल सरकार की नहीं है बल्कि एक-एक व्यक्ति की है। हमें अपने आस-पास की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। यदि कहीं कुछ संदिग्ध दिखे तो निश्चित रूप से पुलिस या प्रशासन को सूचना देनी चाहिए। इससे आतंकवादी अपने मंसूबे में आसानी से कामयाब नहीं हो पाएंगे। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है।