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पांच साल में कितने पौधे लगाए गए, होगा ऑडिट

आदित्य राज, गुरुग्राम पिछले पांच सालों के दौरान जिले में लगाए गए पौधों की संख्या जानने के लिए ऑडिट

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Mar 2017 09:26 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2017 09:26 PM (IST)
पांच साल में कितने पौधे लगाए गए, होगा ऑडिट
पांच साल में कितने पौधे लगाए गए, होगा ऑडिट

आदित्य राज, गुरुग्राम

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पिछले पांच सालों के दौरान जिले में लगाए गए पौधों की संख्या जानने के लिए ऑडिट कराया जाएगा। इससे पता चल जाएगा कि सही मायने में पौधे लगाए गए या नहीं। यह भी पता चल सकेगा कि जो पौधे लगाए जाते हैं, उनमें से कितने जीवित बचते हैं। जीवित न बचने के पीछे क्या कारण है।

गांव चौमा में बिना अनुमति के 2300 से अधिक पेड़ों की कटाई का मामला सामने आने के बाद से प्रदेश सरकार की नजर गुरुग्राम के ऊपर कुछ अधिक है। सरकार यह जानना चाहती है कि वन विभाग हर साल लाखों पौधे लगाता है या लोगों से लगवाता है, फिर भी जितनी तेजी से हरियाली बढ़नी चाहिए, नहीं बढ़ रही है। शहर के कुछ इलाकों में ही अच्छी हरियाली है। इसे देखते हुए पिछले पांच सालों के दौरान कितने पौधे लगाए गए, कितने पौधे बचे, कितने पेड़ काटे गए, काटे गए पेड़ों के बदले कितने पौधे कहां लगाए गए, कितने पेड़ों को प्रत्यारोपित करने की अनुमति मांगी गई, प्रत्यारोपण के बाद क्या स्थिति है, सही मायने में प्रत्यारोपण किया गया या नहीं सहित कई विषयों की जानकारी ऑडिट के माध्यम से हासिल की जाएगी। इससे पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।

अन्य जिलों में भी कराया जाएगा ऑडिट

गुरुग्राम ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी पिछले पांच सालों के दौरान हरियाली बढ़ाने की दिशा में क्या प्रयास किए गए, इस बारे में ऑडिट कराया जाएगा। जहां भी गड़बड़ी की शिकायत सामने आएगी, संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि कागजों में ही अधिकांश पौधे लगाए गए हैं। पर्यावरण कार्यकर्ता व हरियाली संगठन के अध्यक्ष विवेक कंबोज कहते हैं कि ऑडिट विभागीय अधिकारी से नहीं बल्कि स्वतंत्र एजेंसी से कराने की आवश्यकता है। पहले भी ऑडिट हुए हैं लेकिन परिणाम विशेष निकला। स्वतंत्र एजेंसी से ऑडिट कराने के बाद जो सच्चाई सामने आए, कार्रवाई होनी चाहिए।

पिछले पांच सालों के दौरान जिले में लगाए गए पौधों की संख्या जानने के लिए ऑडिट कराया जाएगा। जहां भी गड़बड़ी की शिकायत मिलेगी, कार्रवाई होगी। पर्यावरण संरक्षण के साथ खिलवाड़ करने वाले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

- आरआर जोवल, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन विभाग), हरियाणा सरकार।


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