पेड़ो की अवैध कटाई मामले में चार के खिलाफ एफआइआर
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गांव चौमा में करीब 2300 से अधिक पेड़ों को अवैध रूप से काटने के मामले म
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम:
गांव चौमा में करीब 2300 से अधिक पेड़ों को अवैध रूप से काटने के मामले में नई बात सामने आई है। वन विभाग के अधिकारियों व रियल एस्टेट कंपनी एम3एम के कई अधिकारी के बीच मिली भगत थी। वन विभाग के गार्ड ने पेड़ों को काटने के लिए कंपनी से सात लाख रुपये की मांग की थी, हालांकि सहमति चार लाख रुपये में बन गई। वन विभाग के दो रेंज अधिकारियों की जांच में यह बातें सामने आई हैं। जिसके बाद वन विभाग के उप संरक्षक द्वारा पुलिस उपायुक्त को शिकायत दी गई थी। रविवार की शाम पालम विहार थाने में केस दर्ज कर लिया गया।
यह था मामला
अपनी शिकायत में वन विभाग के उप संरक्षक ने बताया है कि गांव चौमा की जमीन पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम की धारा 4 के अनुसार नोटीफाइ की हुई है। जहां पर बिना अनुमति के कोई भी व्यक्ति पेड़ नहीं काट सकता है। एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर ने चौमा एरिया में अपनी साइट पर से 20 वृक्षों को गिराने व स्थानांतरण के लिए वन विभाग से अनुमति के लिए 16 सितंबर 2016 को आवेदन किया था। जिस पर उनको वन विभाग द्वारा 24 जनवरी 2017 को केवल 20 वृक्षों के ट्रांसप्लानटेशन की अनुमति दी गई थी। इस आदेश को नजरअंदाज कर एम3एम कंपनी ने अपनी साइट पर से 1322 वृक्षों व 921 अंडरसाइज वृक्षों को काट दिया।
टीम गठित कर हुई जांच
वन विभाग के नोटिस में आने पर 20 फरवरी 2017 को 2 रेंज अधिकारियों की टीम गठित की गई। जांच में यह बात सामने आई कि एम3एम कंपनी व उसके प्रतिनिधियों ने वन विभाग के उस एरिया के गार्ड व अन्य अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके इस अवैध कार्य को किया है। जांच पर पाया गया कि वन विभाग के गार्ड परवीन ने एम3एम कंपनी से इसके लिए 7 लाख रुपये की मांग की थी लेकिन सहमति 4 लाख रुपये में बनी। जिनमें से 3.30 लाख रुपये ले चुका था। खजान ¨सह फॉरेस्टर व अमरदीप रेंज ऑफिसर ने इसकी अनदेखी की है। जिनका परवीन फोरेस्ट गार्ड पर सीधे सुपरविजन था। जांच के दौरान पाया गया कि इन्होंने इस मामले में की जा रही जांच को भी प्रभावित करने की कोशिश की थी। कंपनी ने भी साइट के गेट रजिस्टर को भी अवैध तरीके से छिपाकर सबूत को मिटाने की कोशिश की है।
इनके खिलाफ मामला हुआ दर्ज
जांच के बाद पालम विहार थाने में एफआइआर दर्ज कराई है। जिसमें एम3एम कंपनी के कर्मबीर, प्रवीन फोरेस्ट गार्ड, खजान ¨सह फॉरेस्टर व अमरदीप रेंज फॉरेस्ट आफिसर के नाम एफआइआर में दर्ज हैं। पुलिस की ओर से एसीपी जय¨सह द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है।