शोधित जल से कायम है हरियाली और खिल रहे हैं गुलशन
पूनम, गुरुग्राम नये गुरुग्राम का एक हिस्सा गुरुग्राम ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण बना
पूनम, गुरुग्राम
नये गुरुग्राम का एक हिस्सा गुरुग्राम ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण बना है। यह निरंतर विकास को दिशा दे रहा है। भविष्य में जल संकट से बचाव का रास्ता दिखा रहा है। डीएलएफ के इन बड़े भवनों में हरियाली के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शोधित जल प्रयोग में लाया जाता है। यह गुरुग्राम प्रशासन के लिए भी एक उदाहरण है, जहां अभी तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि हर साल लगभग एक मीटर भूजल नीचे की ओर खिसक रहा है। डीएलएफ ने पानी को बचाने की दिशा में उनके दावे के अनुसार सौ फीसद सीवेज में पानी को ट्रीट कर उसका प्रयोग किया जा रहा है। लगभग 225 एकड़ के डीएलएफ गोल्फ कोर्स जिसे खूबसूरत पेड़ पौधों और हरियाली के लिए भी जाना जाता है। यहां भी एसटीपी से शोधित पानी का प्रयोग किया जाता है। साइबर हब, डीएलएफ के सभी फेज और व्यवसायिक भवनों में आस-पास की ग्रीन बेल्ट, पार्क फव्वारे सभी में नहरी पानी और भूजल के बजाए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शोधित पानी प्रयोग किया जा रहा है। पिछले दिनों सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता भी बढ़ाई है।
...
डीएलएफ गोल्फ कोर्स में बागवानी और कृत्रिम वाटर बॉडी में पानी के प्रयोग के लिए पूरी तरह एसटीपी वाटर पर निर्भर है। डीएलएफ के सभी व्यवसायिक, रिहायशी कंडोमेनियम में हरियाली के लिए एसटीपी से ही पानी लिया जाता है। भूमिगत जल का बिल्कुल प्रयोग नहीं करते हैं। नई तकनीक की सहायता से हम सीवेज के पानी को पीने के पानी जितना साफ और शुद्ध बनाते हैं।
- शेखर भारद्वाज, जीएम हॉर्टिकल्चर और सर्फ मेंटनेंस, डीएलएफ।
....
बागवानी के लिए एसटीपी से शोधित पानी सही होता है। दिल्ली के गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज में लगभग एक तिहाई एसटीपी का पानी प्रयोग में लाते हैं। दिल्ली जल बोर्ड ने एक पाइप लाइन गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज से जोड़ी है। हालांकि पूरी तरह इस पर निर्भरता नहीं है मगर लगभग 30 हजार लीटर पानी हम रोजाना यहां से लेते हैं। एसटीपी प्लांट में रासायनिक विषैले तत्वों को अलग कर पानी का प्रयोग पेड़ पौधों के लिए बेहतर विकल्प साबित हो रहा है।
- अजय कौशिक, सहायक निदेशक, दिल्ली टूरिज्म।