ब्रॉडवेज ने बदली शिक्षा पद्धति
सेक्टर 76 स्थित ब्रॉडवेज इंटरनेशनल स्कूल में नर्सरी कक्षाओं को जुदा अंदाज में पढ़ाया जाता है। बच्
सेक्टर 76 स्थित ब्रॉडवेज इंटरनेशनल स्कूल में नर्सरी कक्षाओं को जुदा अंदाज में पढ़ाया जाता है। बच्चों के दिमाग के विकास की गति व वैज्ञानिकों तरीकों को एक साथ मिलाकर उनका संपूर्ण विकास किया जाता है। माई सुपर किड के साथ टाइअप करके बच्चों में शैक्षिक, इमोशनल व मेंटल संतुलन करके उन्हें पढ़ाया जाता है। इस बारे में स्कूल के निदेशक डॉ. प्रवीण ने बताया कि वे स्कूली शिक्षा के स्वरूप को बदल रहे हैं। उन्होंने बताया कि माई सुपर किड के माध्यम से बच्चों को रटने की बजाए हर एक चीज को समझने पर जोर दिया जाता है। डॉ. प्रवीण के मुताबिक इंसान के दिमाग का कुछ प्रतिशत उपयोग ही हो पाता है, इस प्रतिशत को बढ़ाने के लिए शिक्षा को तकनीक के साथ जोड़कर शुरुआती दौर में ही बच्चों पर काम किया जाए तो वह दिन दूर नहीं कि बच्चे सुपरकिड्स बनकर उभरेंगे। उन्होंने बताया कि वे इसपर शोध कर रहे हैं कि किस तरह से बच्चे अपने दिमाग का पूरा पूरा इस्तेमाल कर सकें।
नित नए बदलावों से सुधर सकता है शिक्षा का स्तर
शिक्षा में बदलाव की जरूरत हर स्तर पर महसूस की जा रही है। ऐसे में विभिन्न बोर्ड के साथ साथ स्कूल अपने स्तर पर भी इसमें बदलाव ला रहे हैं। इस बारे में यूरो इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य रीना शर्मा ने बताया कि उनके स्कूलों में बच्चों के संपूर्ण विकास को लक्ष्य रखा जाता है। इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार किया जाता है। बच्चों को गतिविधियों के माध्यम से विषयवस्तु को समझाने पर जोर दिया जाता है। उनके मुताबिक स्कूलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है लेकिन स्कूलों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा रखनी चाहिए ताकि बच्चों को लाभ पहुंच सके।