कुश्ती का क्रेज बनाए रखने के लिए निकाले जा सकते हैं हेवीवेट वर्ग
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : प्रो कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) में लगातार खराब प्रदर्शन को देखते हुए 97
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : प्रो कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) में लगातार खराब प्रदर्शन को देखते हुए 97 किलोग्राम वर्ग के पहलवानों को 2018 के सीजन -थ्री में बाहर रखने की चर्चाएं गर्म हैं। क्योंकि पीडब्ल्यूएल 2017 सीजन-टू में 97 किलोग्राम वर्ग में पहलवानों की लगातार हार ने दर्शकों में क्रेज को कम किया है। वहीं दर्शकों में महिला भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन भी फीका हो रहा है। क्योंकि जो भारतीय महिला स्टार पहलवान हैं उन्होंने ने अच्छे विदेशी पहलवानों के साथ मुकाबला नहीं लड़ा। इसका दर्शकों में गलत संदेश गया है। जिस कारण प्लान किया जा रहा है कि लीग में वो वजन शामिल रखे जाएं जिसमें पहलवान अच्छे मुकाबले की आशा बनी रहे। भारत के कम वजन में पुरुष पहलवानों ने बेहतरीन जीत हासिल की है। कई ने हार के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन हेवीवेट के पहलवानों बहुत ही निराश जनक प्रदर्शन रहा है।
कुश्ती के मुकाबले रोचक बनाए रखने के लिए यह बदलाव किए जाने जरूरी समझें जा रहे हैं।
----
दर्शकों को खल रही योगेश्वर दत्त की कमी::::
इस बार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त के पीडब्ल्यूएल में नहीं खेलने से दर्शकों में मायूसी है। पिछले वर्ष इस पहलवान का जोरदार प्रदर्शन रहा था और उनके मुकाबलों के कारण दर्शकों में जबरदस्त क्रेज बना। इस वर्ष एक तरफ हेवीवेट के पहलवानों की हार और दूसरी तरफ योगेश्वर दत्त के नहीं खेलने से दर्शकों में कुश्ती मुकाबलों को लेकर क्रेज कम हो रहा है।