अपहरणकर्ताओं के चंगुल से दो व्यापारी मुक्त
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पंजाब के दो व्यवसायियों को अपहरणकर्ताओंके चंगुल से गुड़गांव पुलिस ने मं
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पंजाब के दो व्यवसायियों को अपहरणकर्ताओंके चंगुल से गुड़गांव पुलिस ने मंगलवार शाम मुक्त करा लिया। इस दौरान फिरौती मांगने आए बदमाशों से मुठभेड़ भी हुई। मुठभेड़ में एक अपहरणकर्ता गोली लगने से घायल हो गया। उसे रोहतक के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पूछताछ में उसके अन्य साथियों के बारे में जानकारी सामने आएगी।
जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे पंजाब के फाजिलका निवासी व्यवसायी आकाश एवं विकास अपनी बहन को छोड़ने के लिए पालम स्थित इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचे थे। बहन को छोड़ने के बाद दोनों द्वारका एक्सप्रेस-वे के रास्ते अपनी कार से घर जा रहे थे। आकाश के रिश्तेदार फतेहाबाद जिले के शिवनगर निवासी सुमित गोदारा ने फोन किया तो दोनों ने कहा कि वह तीन से चार घंटे में घर पहुंच जाएंगे। कुछ ही देर बाद विकास ने सुमित को फोन किया कि जल्द से जल्द 50 लाख रुपये चाहिए। इसके कुछ देर बाद सुमित को किसी ने फोन किया कि जल्द से जल्द 50 लाख रुपये पहुंचा दो अन्यथा दोनों को मार डालेंगे। सुमित ने इस बारे में राजेंद्र पार्क थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अजयवीर ने आला अधिकारियों को सूचना देने के साथ ही अपने स्तर पर भी छानबीन शुरू कर दी। पता चला कि एक अपहरणकर्ता झज्जर निवासी खेड़ी सांपका निवासी दीपक पांडा है। उसी ने 50 लाख रुपये रोहतक इलाके में पहुंचाने की बात की। इसके बाद गुड़गांव, सोनीपत, रोहतक, झज्जर की पुलिस टीमों ने घेराबंदी की। रोहतक के गांव खड़ाबड़ के नजदीक जैसे ही गुड़गांव पुलिस पहुंची, बदमाशों ने फाय¨रग शुरू कर दी। बचाव में पुलिस ने फाय¨रग की उसमें दीपक घायल हो गया जबकि दो अन्य फरार हो गए। मंगलवार शाम ही अलग-अलग स्थानों से आकाश एवं विकास को भी मुक्त करा लिया गया। दोनों को कहां-कहां से मुक्त कराया गया, इस बारे में पूरी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। राजेंद्र पार्क थाना प्रभारी अजयवीर ने बताया कि किस लोकेशन से दोनों का अपहरण किया गया, यह पूछताछ से ही पता चलेगा। इधर, पुलिस उपायुक्त (अपराध) सुमित कुमार का दावा है कि दोनों भाइयों को सकुशल मुक्त करा लिया गया है। पुलिस के लिए जहां बदमाशों को पकड़ना प्राथमिकता थी, वहीं दोनों व्यवसायियों को सकुशल मुक्त करना भी प्राथमिकता थी। इसमें कामयाबी हासिल हो गई। अन्य बदमाश भी जल्द पकड़े जाएंगे।