सत्संग : आत्मा-परमात्मा में कोई भेद नहीं : स्वामी सत्यानंद
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुफावाला शिव मंदिर सेवा समिति राजीव नगर की ओर से ज्योति पार्क स्थित आर
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुफावाला शिव मंदिर सेवा समिति राजीव नगर की ओर से ज्योति पार्क स्थित आर्शीवाद मैरिज हॉल में आयोजित श्रीमद भागवत कथा एवं संत सम्मेलन में रविवार को महामंडलेश्वर 1008 श्री श्री स्वामी सत्यानन्द गिरी जी महाराज ने सनातन धर्म के ऊपर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सृष्टि में सिर्फ ब्रह्म ही सत्य है बाकी सब मिथ्या है। परमात्मा ने मनुष्य शरीर को अपने रहने का स्थान बनाकर उसे मंदिर योग्य बनाया है। इस मंदिर रूपी शरीर को साफ-सुथरा रखें। मनुष्य रूपी जीवन अपने आपको परमात्मा के नजदीक जाने का जरिया है। मनुष्य जीवन को सफल बनाने के लिए आत्मा-परमात्मा के भेद को जानना अति आवश्यक है। जिस दिन हम इसका भेद जान लेंगे, तभी हम संसार के लोभ, ईष्या, मोह, क्रोध आदि बुराइयों से बच सकेंगे। आत्मा-परमात्मा दोनों अलग नहीं हैं, बल्कि एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। अगर मनुष्य यह जान जाए तो उसे जीवन-मरण के बंधन से छुटकारा मिल जाए। आत्मा को जानने से ही परमात्मा को जाना जा सकता है। परमात्मा की प्राप्ति ही मानव जीवन का सर्वोपरि उद्देश्य है। भक्ति-ज्ञान-वैराग्य ही श्रेष्ठतम उपलब्धि है। मनुष्य जीवन अनमोल है, जो बहुत ही मुश्किल से मिलता है। जहां तक हो सके इसमें दूसरों की सेवा करना चाहिए। जो लोग दूसरों की सेवा करते हैं और जहां तक सम्भव होता है, उनकी भलाई के लिए कुछ करते भी हैं। ऐसा करके वे दूसरों का कष्ट वहन करने और कष्ट से मुक्त होने में सहायक ही नहीं होते अपितु इस विधि से वे अपने शरीर और मन को भी स्वस्थ रखते हैं। सेवा करना एक ऐसी औषधि है, जो लेने और देने वाले दोनों को ही लाभ पहुंचाती है। रविवार को सम्मेलन का समाजसेवी दलीप लूथरा एवं राकेश पाहुजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर समिति के प्रधान राजकुमार कौशिक, ऊषा कौशिक, मुख्य सचिव मुकेश सतीजा, भीम सलूजा, शिवचरण चक्रवर्ती, अंजू सतीजा, वीणा चक्रवर्ती, सुरेंद्र सोनी, डा. परमेश्वर अरोड़ा, डा. गीताजंलि अरोड़ा, टेकचंद, मनमोहन कोहली, हरिकिशन गुप्ता, कुलभूषण अरोड़ा एवं रामधन कौशिक आदि भी मौजूद थे।