बारिश होते ही थम गया शहर
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : ठीक एक महीने बाद हीरो होंडा चौक पर भारी जलभराव होने से दिल्ली-गुड़गांव
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : ठीक एक महीने बाद हीरो होंडा चौक पर भारी जलभराव होने से दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर शाम से देर रात तक घंटों वाहन रेंगते रहे। राजीव चौक से मानेसर तक पहुंचने में आधे घंटे की बजाय दो से तीन घंटे लग गए। सोमवार दोपहर तीन बजे के बाद कुछ देर तक मूसलाधार बारिश हुई। इसके बाद भी हल्की बारिश होती रही। इस बार बादशाहपुर ड्रेन का पानी हीरो होंडा चौक पर नहीं पहुंचा लेकिन निकासी की सही व्यवस्था न होने से आसपास का पानी ही चौक पर जमा हो गया। इससे वाहनों की रफ्तार कम हो गई। शाम छह बजे के बाद जैसे ही वाहनों का दबाव बढ़ा, लंबा जाम लग गया।
जाम में फंसे बावल स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी में महाप्रबंधक प्रदीप हटगांवकर ने बताया कि एक महीने पहले मूसलाधार बारिश की वजह से महाजाम लगा था। इसके बाद भी ठोस उपाय नहीं ढूंढे गए। यही नहीं मूसलाधार बारिश के बाद ट्रकों एवं डंपरों की आवाजाही पर रोक लगानी चाहिए थी लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। यह ठीक है इस बार पुलिस काफी सक्रिय दिखाई दी। लेकिन जब दो से तीन फुट पानी जमा हो जाएगा फिर जाम लगने से कौन रोक सकता है।
औद्योगिक उत्पादन हुआ प्रभावित
चौक पर भारी जलभराव की वजह से औद्योगिक उत्पादन भी प्रभावित हुआ। काफी संख्या में श्रमिक शाम की शिफ्ट के दौरान काम पर नहीं गए। जाम में फंसे उद्यमी राहुल जैन ने कहा चौक पर जलभराव की वजह से औद्योगिक इकाइयों को काफी परेशानी हो रही है। अधिकतर श्रमिक साइकिल से या पैदल आते हैं। जलभराव के बाद उन्हें आने में दिक्कत होती है। चौक पर से कुछ घंटों में पानी निकाल दिया जाता है लेकिन आगे सर्विस लेन पर कई दिनों तक पानी भरा रहता है।
कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति
बारिश के बाद सेक्टर 15 पार्ट दो, सोहना रोड, सेक्ट 31, झाड़सा चौक, शीतला माता रोड, सेक्टर पांच, सेक्टर चार, सेक्टर दस, सुशांत लोक, साउथ सिटी एवं पालम विहार सहित कई इलाकों में घंटों बाढ़ जैसी स्थिति रही। इससे साफ हो गया कि प्रशासन ने जल निकासी के ऊपर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। बारिश के दौरान एतिहातन काफी देर तक बिजली भी बंद कर दी गई थी। इससे शाम के दौरान पेयजल आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित रही।
सुबह भी लगा था जाम
सोमवार को लगातार लगभग दो घंटे तक रजोकरी बॉर्डर से इफको चौक तक वाहन रेंगते रहे। इससे काफी लोग समय से अपने काम पर नहीं पहुंच पाए। दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर सोमवार सुबह 9 से 11 बजे तक ट्रैफिक का सबसे अधिक दबाव रहता है। इसी तरह शुक्रवार को शाम पांच बजे से आठ बजे के दौरान ट्रैफिक का सबसे अधिक दबाव रहता है। सोमवार को दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहनों का दबाव रहता है, जबकि शुक्रवार को गुड़गांव की तरफ से जाने वाले वाहनों का दबाव रहता है। इस दौरान कहीं भी एक मिनट के लिए भी यदि ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है तो लंबा जाम लग जाता है। इस बार सोमवार को ऐसा ही हुआ। सरहौल बॉर्डर के नजदीक लगभग साढ़े नौ बजे कुछ मिनट के लिए एक वाहन बंद हो गया। इतनी देर में रजोकरी बॉर्डर से लेकर इफको चौक के नजदीक तक जाम लग गया। इसका असर लगभग दो घंटे तक रहा। कुछ मिनट की दूरी तय करने में लोगों को आधे से पौन घंटे लग गए।