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बावर्दी इंस्पेक्टर का अपहरण, मथुरा में मिले

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुड़गांव में एक सनसनीखेज वारदात में बदमाशों ने बावर्दी इंस्पेक्टर का अपहरण

By Edited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 01:05 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 01:05 AM (IST)

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गुड़गांव में एक सनसनीखेज वारदात में बदमाशों ने बावर्दी इंस्पेक्टर का अपहरण कर लिया। करीब चार घंटे बाद डीएलएफ सेक्टर 29 थाने में एसएचओ इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह जब पुलिस आयुक्त की मीटिंग में नहीं पहुंचे तो उनके मोबाइल पर काल किया गया लेकिन दोनों नंबर बंद थे। संबंधित एसीपी और डीसीपी को भी इंस्पेक्टर के बारे कोई सूचना नहीं थी। करीब साढ़े चार बजे एसएचओ की तलाश शुरू हुई और रात करीब दस बजे एसएचओ यूपी के मथुरा में सड़क किनारे घायल हालत में मिले। वहां से सूचना आने पर गुड़गांव पुलिस इंस्पेक्टर को लेने मथुरा के लिए रवाना हुई। लेकिन इस पूरे प्रकरण ने गुड़गांव पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह से लेकर डीसीपी व एसीपी स्तर का कोई भी अधिकारी मामला में बयान देने को तैयार नहीं है।

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सुबह नौ बजे पहुंच गए थे थाने

इंस्पेक्टर सुरेंद्र डीएलएफ सेक्टर 29 थाने में कुछ दिन पहले ही एसएचओ लगाए गए थे। इससे पहले वे राजेंद्र पार्क थाना में एसएचओ थे। सेक्टर 29 थाने के ठीक पीछे बने क्वार्टर में वे परिवार सहित काफी समय से रहते हैं। रोज की तरह सुबह करीब नौ बजे वे क्वार्टर से थाने पहुंच गए थे।

मीटिंग में नहीं पहुंचे तो सामने आया मामला

दरअसल, दोपहर करीब पौने 12 बजे इंस्पेक्टर सुरेंद्र अपनी निजी सफेद रंग की स्विफ्ट कार संख्या एचआर 19 एफ 0220 से थाने से निकल गए थे। इस समय तक वे वर्दी में थे। शाम करीब चार बजे पुलिस आयुक्त कार्यालय में रुटीन मासिक मीटिंग थी जिसमें सभी थाना एसएचओ को पहुंचना था। सबसे अहम और एमजी रोड के चलते चर्चा में रहने वाले डीएलएफ सेक्टर 29 का एसएचओ मीटिंग में नहीं पहुंचे। एसएचओ के बारे पुलिस आयुक्त ने पूछा तो उसका नंबर मिलाया गया लेकिन नंबर बंद था।

फरीदाबाद के पाली में मिली थी आखिरी लोकेशन

घटना सामने आने पर साइबर सेल की टीम को तुरंत मोबाइल नंबर की जांच में लगाया गया। इस दौरान सामने आया कि दोपहर करीब साढ़े 12 बजे फरीदाबाद के पाली में जाकर मोबाइल बंद हो गया। उसके बाद से मोबाइल लगातार बंद था। आखिरी बार उनकी अपने भाई से बात हुई थी। इंस्पेक्टर सुरेंद्र के भाई उमेद सिंह हुडा में बतौर जेई कार्यरत हैं। उमेद सिंह ने पुलिस को बताया कि फोन पर बात के दौरान परेशान नहीं लग रहे थे।

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गुड़गांव पुलिस की ओर से सूचना मिली थी। गुड़गांव और फरीदाबाद की टीम ने पाली के पास सर्च अभियान चलाया। लेकिन इलाके में हमें कुछ नहीं मिला।

- पूर्णचंद पंवार, डीसीपी एनआइटी फरीदाबाद


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