खेल :विशेषज्ञों ने कहा खेल विभाग घोषणाओं पर अमल भी करे
फोटो : 29 जीयूआर 6 जेपीजी में जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिस तेजी से खेल विभाग स्कूलों से
फोटो : 29 जीयूआर 6 जेपीजी में
जागरण संवाददाता, गुड़गांव :
जिस तेजी से खेल विभाग स्कूलों से आवेदन मांग रहे हैं उस से खेल जगत के लोगों को लगता नहीं है कि स्कूलों में अकादमी शुरू हो पाएंगी। खेज जगत के दिग्गज लोगों का कहना है कि स्पैट, स्पीड स्कीम के हास्टल शुरू नहीं हो पाए हैं ऐसे ही स्कूलों में स्थापित की जाने वाली अकादमी शुरू नहीं हो पाएगी। खेल जगत के खिलाड़ियों का कहना है कि खेल विभाग अगल अपने 400 से ज्यादा प्रशिक्षकों को सुविधा दे दे और उनसे काम लेना शुरू कर दे तो कम पैसे में ज्यादा खिलाड़ी तैयार हो पाएंगे।
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खेल विभाग अपने स्वयं के हास्टल बंद किए हुए हैं और प्राइवेट स्कूलों में अकादमी खोलने की घोषणा कर रहा है। यह स्कीम भी उसी तरह नाकाम रहेगी जैसे स्पीड स्कीम के हास्टल शुरू नहीं हो पाए।
भूपेंद्र सिंह, पूर्व हाकी खिलाड़ी।
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खेल विभाग में 400 से ज्यादा प्रशिक्षक है और जल्द भर्ती होने की चर्चा है। खेल विभाग अपने प्रशिक्षकों को सुविधा देने के साथ उनसे काम लेना शुरू कर दे। इसी से बड़े स्तर पर खिलाड़ी तैयार होंगे।
परमजीत यादव, पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान।
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जब खेल विभाग के प्रशिक्षक सेंटर नहीं चला रहे हैं, तो दूसरे विभाग पर कैसे विश्वास कर रहे हैं कि वो बेहतर खिलाड़ी तैयार करेंगे। विभाग के पास तो स्वयं अच्छे प्रशिक्षक है उन्हीं से काम ले ले।
मनीष यादव, सैंबो कुश्ती पहलवान।
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खेलों में नया नया करने की घोषणाएं आय दिन हो रही है। उनपर अमल कितना हुआ है उस पर भी गौर करने की जरुरत है। मेरी राय में सब से पहले खेल विभाग ने अपने प्रशिक्षकों बाबा रामदेव के पास योगा कराये ताकि उन्हें काम करने की आदत डाल सके।
जगदीश कालीरमन, पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान।