गुरु द्रोणाचार्य तालाब का जीर्णोद्धार करेगा नगर निगम
संदीप रतन, गुड़गांव : नगर निगम महाभारतकालीन गुरु द्रोणाचार्य जोहड़ की सफाई करवाने के साथ-साथ आसपास के
संदीप रतन, गुड़गांव : नगर निगम महाभारतकालीन गुरु द्रोणाचार्य जोहड़ की सफाई करवाने के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में पेड़-पौधे भी लगाएगा।
प्राचीन मान्यताओं के मुताबिक पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य इसी तालाब के किनारे रहते थे। द्रोणाचार्य ने इसी जोहड़ पर कौरवों और पांडवों को धनुर्विद्या की शिक्षा-दीक्षा दी थी। लेकिन लोगों ने अब इस तालाब पर कब्जे कर लिए हैं। तालाब का वजूद संकट में है। तालाब में पानी की जगह सिर्फ गंदगी नजर आती है।
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जागरण की मुहिम का असर
जागरण की मुहिम 'तलाश तालाबों की' रंग लाने लगी है। लगातार तालाबों की दुर्दशा पर खबर प्रकाशित होने के बाद नगर निगम प्रशासन अब जाग गया है। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक जल्द गुरु द्रोणाचार्य तालाब की सफाई करवाई जाएगी। इसके साथ ही अतिक्रमण हटवाकर तालाब के किनारे पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाई जाएगी।
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तालाब हैं एतिहासिक विरासत
गुरु द्रोणाचार्य तालाब गुड़गांव की एतिहासिक विरासत है। लेकिन बिना देखरेख के चलते ये एतिहासिक विरासतें अपना अस्तित्व खो रही हैं।
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संरक्षण के लिए होंगे ये प्रयास
-शहर और गांवों के तालाबों पर हो चुके अतिक्रमण हटेंगे।
-तालाबों की सफाई होगी और इसके बाद साफ पानी भरा जाएगा।
-तालाबों के किनारे पेड़-पौधे लगाने की जरूरत है।
-तालाबों में पूरे साल साफ पानी भरा रखने के लिए जलभराव वाले क्षेत्रों को जोहड़ से जोड़ा जाएगा।
-साल में कम से कम दो बार तालाब की सफाई जरूरी है।
-पंचायतों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन और जागरूक लोग इस अभियान को आगे बढ़ा सकते हैं।
- तालाब बचाने से बचेगी जिंदगी, भूजल रिचार्ज हो जिससे भूजल का स्तर भी ऊपर आ जाएगा।
-तालाबों के संरक्षण से कभी भी पानी की कमी नहीं रहेगी।
वर्जन
गुरु द्रोणाचार्य तालाब का जीर्णोद्धार किया जाएगा। सफाई करवाकर उसमें साफ पानी भरा जाएगा। तालाब को अतिक्रमणमुक्त भी किया जाएगा।
विवेक कालिया, संयुक्त आयुक्त नगर निगम गुड़गांव।