हसनपुर गांव में पुलिस को बनाया बंधक
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर : झगड़े के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने हसनपुर गांव गई पुलिस पार्टी को उनके
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर : झगड़े के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने हसनपुर गांव गई पुलिस पार्टी को उनके परिजनों ने बंधक बनाकर कमरे में बंद कर लिया। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पहुंचकर थाना प्रभारी ने उन्हें मुक्त कराया। आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए हैं।
26 अप्रैल को बादशाहपुर थाना क्षेत्र के गांव हसनपुर में दो गुटों में लड़ाई हो गई थी। करण सिंह की शिकायत पर पुलिस ने दूसरे गुट के रामसिंह, थान सिंह, विपिन, विकास, जीतू, मनोज व रोहित के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज कर लिया था। बुधवार को सुबह 11 बजे बादशाहपुर थाने में तैनात एसआइ ताराचंद तीन पुलिसकर्मियों के साथ आरोपियों को पकड़ने हसनपुर पहुंचे। आरोपी छत से कूदकर फरार हो गए, लेकिन उनके परिजनों और वहां पहुंचे दरबारीपुर गांव के पूर्व सरपंच रामबीर व अन्य लोगों ने मिलकर पुलिसकर्मियों एक कमरे में बंद कर ताला लगा दिया। कमरे में बंद पुलिस कर्मियों में से एक ने मोबाइल से थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पुलिस बल के साथ पहुंचकर ताला तोड़ते हुए बंधक पुलिस कर्मियों को बाहर निकाला। एसीपी हवा सिंह ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी हो रही है।
ये हैं बंधक बनाने के आरोपी
एसआइ ताराचंद की शिकायत पर राम सिंह पुत्र थान सिंह, थान सिंह, सतबीर पुत्र बुधन, महेंद्र पुत्र ज्ञानी, ज्ञानो पत्नी रामसिंह, रतनी पत्नी थान सिंह सभी निवासी हसनपुर, सतबीर तंवर पुत्र रामलाल निवासी माडी (दिल्ली), घमंडी पुत्र रिशाल व पूर्व सरपंच रामबीर सहित दस लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।
मंत्री का खास समर्थक है एक आरोपी
आरोपियों में से एक व्यक्ति प्रदेश के एक मंत्री का अत्यंत करीबी बताया जा रहा है। पुलिस कर्मियों को कमरे में बंद करते हुए मंत्री समर्थक ने पुलिस कर्मियों से कहा था कि हमारे खिलाफ मामला दर्ज करोगे तो सुलह के लिए तुम्हें ही आना पड़ेगा। नहीं तो मंत्री से कहकर जीना हराम करा देंगे।
पुलिस कर्मियों का मनोबल कम नहीं होने देंगे। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। साथियों को बंधक बनाने वाले जेल में नजर आएंगे।
इंस्पेक्टर प्रवीण मलिक, थाना प्रभारी, बादशाहपुर