बीएफआई के चुनाव पर संशय
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ द्वारा तय 14 मई की तिथि तक भारत में गठित बॉ
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ द्वारा तय 14 मई की तिथि तक भारत में गठित बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआइ) का चुनाव कराने में शर्तो का पेंच फंस गया है। अब तिथि आगे बढ़ाना ही एक मात्र विकल्प है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ को खेल मंत्रालय की ओर से अनापत्ति पमाणपत्र दिए जाने के बाद कम से कम 15 दिन बाद ही चुनाव कराया जा सकता है। लेकिन 14 मई तक यह समय पूरा नहीं हो पा रहा है।
नई परिस्थितियों में यह तय है कि बीएफआइ के चुनाव की तारीख आगे बढ़ेगी, लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के फैसले पर निर्भर करेगा कि वह भारत को समय देता है या नहीं। क्योंकि 19 मई से कजाखस्तान के अस्ताना में रियो ओलंपिक का क्वालीफायर राउंड होना है। यह महिलाओं का आखिरी राउंड होगा। पुरुष वर्ग का क्वालीफायर राउंड 14 जून से है। इसी कारण अंतरराष्ट्रीय बाक्सिंग संघ ने 14 मई की तिथि तय की थी कि क्वालीफायर राउंड से पहले चुनाव हो जाएंगे। लेकिन खेल मंत्रालय ने मुक्केबाजी संघ को अनापत्ति प्रमाण देने में देर कर दी। अब यही सुस्ती देश पर भारी पड़ सकती है। अगर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ने भारत को नई तारीख नहीं दी तो रियो ओलंपिक में भारत का कोई मुक्केबाज नहीं खेल पाएगा। क्योंकि पहले ही भारत अंतरराष्ट्रीय बाक्सिंग संघ से समय सीमा बढ़वा चुका है।
ये है नियम
अंतरराष्ट्रीय नियम है कि जब भी किसी देश में बाक्सिंग संघ का चुनाव होता है, उससे एक महीने पहले चुनाव लड़ने वालों के नाम अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ को भेजना होता है। इसी तरह साई व खेल मंत्रालय को 21 दिन पहले सूचना देनी होती है।
भारत ने क्यों गंवाया समय
जब 16 अप्रैल को कोलकाता बैठक में (बीएफआइ) के नाम पर सहमति बनी और अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के पास 8,10,13 मई की चुनाव की तारीख भेजी गई तो यह तारीख नहीं ली गई। केंद्र से एनओसी पहले भी ली जा सकती थी। लेकिन मंत्रालय ने एनओसी देने में देर कर दी।
------
हमने खेल मंत्रालय की एनओसी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के पास भेज दिया है। संघ भारत की कार्यशैली से खुश है। हमें जल्द नई तारीख मिल जाएगी और चुनाव होंगे। जब हमने एनओसी संघ के पास भेजी है तो उसका 15 दिन का नोटिस समय है, जिसका पालन करना जरूरी है।
-जय कोली, एडहॉक कमेटी।