अस्पताल को नहीं पता कब भर्ती हुआ था मृतक मरीज
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिला नागरिक अस्पताल में संदिग्ध हालात में एक अज्ञात मरीज की मौत होना सामन
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिला नागरिक अस्पताल में संदिग्ध हालात में एक अज्ञात मरीज की मौत होना सामने आया है। हैरत की बात यह है कि मरीज की मौत को कई दिन तक यहां किसी ने नहीं संभाला। जब शव खराब हो गया तो सूचना पुलिस को दी गई। 28 अक्टूबर को मिली सूचना के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मंगलवार 1 दिसंबर को शव को लावारिस मानकर पोस्टमार्टम कराने के बाद नगर निगम से अंतिम संस्कार करा दिया।
दरअसल 28 अक्टूबर को सिविल लाइंस थाना पुलिस को सूचना मिली कि जिला नागरिक अस्पताल में एक लावारिस शव है। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव की हालत काफी खराब हो चुकी थी। शव की हालत देख ऐसा लग रहा था कि कई दिन पहले ही मरीज की मौत हो चुकी है। अस्पताल के डॉ. राजदीप ने पुलिस को सूचना दी कि करीब 38 साल इस मृतक की उम्र है, लेकिन मौत कैसे हुई या इसका क्या इलाज किया गया, ऐसी कोई जानकारी चिकित्सक ने पुलिस को नहीं दी। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से पूछा कि मरीज कब यहां भर्ती हुआ था, उसका क्या इलाज किया गया, क्या बीमारी थी और कैसे मौत हुई, यह सब तो कार्रवाई के लिए बताना होगा। लेकिन लापरवाही का आलम यह था कि अस्पताल प्रबंधन ने इस मरीज का कोई रिकार्ड होने से इंकार कर दिया। इसका मतलब अस्पताल में भर्ती मरीज मर गया और मौत के कई दिनों बाद जब शव सड़ गया तो उसकी सूचना पुलिस को दे दी गई। पुलिस ने शव को पहचान के लिए पोस्टमार्टम गृह में रखवा पहचान के प्रयास शुरू किए। तीन दिन बाद भी पहचान न हुई तो मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करा नगर निगम से अंतिम संस्कार करा दिया गया।
मामले के जांच अधिकारी एएसआई जोगिंद्र सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।