ठगी में नाइजीरियन का साथ देने वाला गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मेट्रोमोनियल साइट जीवनसाथी डॉट कॉम का प्रयोग कर महिला के साथ नाइजीरियन द्
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मेट्रोमोनियल साइट जीवनसाथी डॉट कॉम का प्रयोग कर महिला के साथ नाइजीरियन द्वारा ठगी करने का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में नाइजीरियन मूल के आरोपी को सहायता करने के आरोप एक भारतीय युवक को गिरफ्तार किया है। युवक ने जुर्म कबूल लिया है। उसके पास से कई डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं। वहीं कई फर्जी आईडी भी सामने आई हैं।
23 मई को एक महिला ने सदर थाने में शिकायत दी कि जीवनसाथी डॉट कॉम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर एक युवक महिलाओं के साथ ठगी कर रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। अपनी शिकायत में महिला ने बताया था कि जीवनसाथी डॉट कॉम पर नाइजीरियन युवक के साथ उसकी जान पहचान हुई। इसके बाद दोनों काफी दिनों तक बातचीत करते रहे। एक दिन युवक ने महिला से किसी काम के लिए कुछ पैसे मागे। इसके लिए उसने महिला को एक एकाउंट नंबर दे दिया। महिला ने एकाउंट में पैसे डाल दिए। पैसे डालने के बाद युवक ने महिला के साथ संपर्क करना बंद कर दिया। तब महिला को ठगे जाने का अहसास हुआ। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
साइबर सेल ने किया खुलासा
मामले की जाच साइबर सेल से कराई गई। जाच में पता चला कि जिसा एकाउंट में महिला ने पैसे डाले थे उस अकाउंट को जनता फ्लैट सेक्टर 34 नोएडा में रह रहा शोभित चला रहा था। शोभित पुत्र सुशील मूल रूप से यूपी के शाहजहांपुर के महोलिया का रहने वाला है। उसे पुलिस ने 31 जुलाई को हिरासत में लिया था। पुलिस ने शोभित को न्यायलय में पेश कर दो दिन की रिमाड पर लिया। पूछताछ में शोभित ने बताया कि वो नाइजीरियन युवक से संपर्क में है। उसके कहने पर ही उसने फर्जी आइडी पर बैंक में खाता खोलवाया था। खाते में डाली जाने वाली रकम को वो निकाल कर उनके पास भेज देता था। इस काम के लिए उसे कुछ रकम मिलती थी। पुलिस ने शोभित के घर से 12 अलग अलग बैंकों के डेबिट कार्ड, एक लैपटॉप, एक डाटा कार्ड, पाच अलग अलग बैंकों के चेकबुक, 7 मोबाइल फोन शामिल हैं। इसमें वो फोन भी शामिल है जिसमें वॉट्सअप का प्रयोग कर शोभित नाइजीरियन आरोपी के संपर्क में था। रविवार की सुबह पुलिस ने शोभित को कोर्ट में पेश किया, जिसे वहा से जेल भेज दिया गया।