समय पर फ्लाईओवर का निर्माण होने में संशय
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे स्थित हीरो होंडा चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण स
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे स्थित हीरो होंडा चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण समय पर होगा, इस बारे में अब संशय होने लगा है। जब निर्माण कंपनी समय पर सर्विस लेन के गड्ढों को नहीं भर सकी तो फ्लाईओवर का निर्माण क्या करेगी। यह चर्चा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के भीतर दबी जुबान से होने लगी है।
एनएचएआइ ने हीरो होंडा चौक के नजदीक लगभग एक किलोमीटर के दायरे में दोनों तरफ सर्विस लेन के गड्ढों को भरने की जिम्मेदारी फ्लाईओवर बनाने वाली कंपनी वलेचा इंजीनियरिंग को सौंपी थी। बाकी हिस्सों की जिम्मेदारी रखरखाव कंपनी मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी थी। रखरखाव कंपनी इस मामले में काफी हद तक पास हो गई जबकि वलेचा इंजीनियरिंग फेल। इसके बाद से यह संशय होने लगा है जो कंपनी समय पर गड्ढे नहीं भर सकती वह फ्लाईओवर निर्माण जैसे प्रोजेक्ट को समय पर कैसे भर सकती है।
अब गड्ढों को भरने का कार्य रखरखाव कंपनी करेगी। इसके लिए दोनों कंपनियों ने आपस में समझौता कर लिया है। गुरुवार को एनएचएआइ के निदेशक (प्रोजेक्ट) एके शर्मा ने गड्ढों को भरने के कार्य की समीक्षा की। इस दौरान दोनों कंपनियों ने आपसी समझौते की जानकारी दी। रखरखाव कंपनी के अधिकारियों को शर्मा ने कहा कि वे जितनी जल्द हो, गड्ढों को भरने का कार्य पूरा कराएं। किसी भी हाल में लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि मानसून के दौरान एक्सप्रेस-वे या सर्विस लेन पर कहीं पानी जमा न हो इसके लिए 13 पंपों की व्यवस्था की जाएगी। 9 पंप लगे रहेंगे जबकि चार पंप रिजर्व रहेंगे। साथ ही चार टैंकर की व्यवस्था रहेगी ताकि पानी को भरने के बाद बादशाहपुर ड्रेन में डाला जा सके।
अब काम पूरा करने की जिम्मेदारी
रखरखाव कंपनी
''वलेचा इंजीनियरिंग ने समय पर काम पूरा नहीं किया लेकिन उसने अपने स्तर पर ही रखरखाव कंपनी के साथ समझौता कर लिया है। अब रखरखाव कंपनी की जिम्मेदारी है कि कहीं गड्ढे न दिखाई दें। तीन-चार दिनों के बाद कंसल्टेंट कंपनी के इंजीनियर मौके पर जाकर देखेंगे कि काम हो रहा है या नहीं। रखरखाव कंपनी जो भी राशि खर्च करेगी वह वलेचा इंजीनियरिंग देगी। जहां तक बात हीरो होंडा चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण समय पर होगा या नहीं, इस बारे में मैं इतना कह सकता हूं कि फिलहाल निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।''
- एके शर्मा, निदेशक (प्रोजेक्ट), एनएचएआइ