स्वास्थ्य उपकरणों की नहीं थी अच्छी क्वालिटी
अनिल भारद्वाज , गुड़गांव : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में दवाओं की खरीद को लेकर घोटाले की
अनिल भारद्वाज , गुड़गांव : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में दवाओं की खरीद को लेकर घोटाले की जांच के साथ खरीदे गए उपकरणों के घोटालों की परत भी खुल सकती है। हालांकि प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री ने अभी मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दवाओं की जांच के लिए कहा है।
अगर एनआरएचएम के तहत खरीदे गए उपकरणों में जांच की जाए तो यह घोटाला यूपी मायावती सरकार के समय एनआरएचएम में हुए घोटाले से बड़ा घोटाला साबित हो सकता है। पिछली सरकार में खरीदे गए स्वास्थ्य उपकरणों की क्वालिटी बेहर नहीं होने पर उस समय भी स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर दबी जुबान से विरोध करते थे, लेकिन ऐसे उपकरण स्वास्थ्य विभाग को थोपे गए थे जिनका प्रयोग कर स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर खुश नहीं थे। डाक्टरों का कहना रहा था कि एनआरएचएम के तहत ऐसे उपकरण खरीद कर भेजे जा रहे हैं जो दो -तीन दशक पहले इस्तेमाल होते थे। जबकि अब खरीदे गए उपकरणों से ज्यादा एडवांस क्वालिटी के उपकरण बाजार में उपलब्ध थे।
डाक्टरों का आरोप है कि एनआरएचएम के तहत अधिकारियों ने कंपनियों से मिलकर ऐसे उपकरण जानबूझ कर खरीदे थे। क्यों कि जो उपकरण खरीदे गए थे वो बाजार में बिक नहीं रहे थे, जिससे कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा था। लेकिन हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने कंपनियों से पुराने उपकरण खरीदकर कंपनियों को नुकसान से बचा लिया।
स्वास्थ्य विभाग में बड़ी-बड़ी मशीने व छोटे छोटे उपकरण खरीदे गए थे, जिनका प्रयोग करने से साफ हुआ था कि घटिया माल खरीदा गया था। लेकिन सरकार के खिलाफ कोई भी बोलने की हिम्मत नहीं कर सकता था। हालांकि कई बार उस समय दैनिक जागरण ने यह आवाज उठाई थी। लेकिन सरकार में इसपर ध्यान नहीं दिया था।