सरकारी स्कूलों में योग को किया अनिवार्य
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : सरकारी स्कूलों में अब योग को अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में सभी स्कूलों
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : सरकारी स्कूलों में अब योग को अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में सभी स्कूलों में शिक्षकों को विद्यार्थियों को योगाभ्यास करवाना होगा। प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में इस बारे में निर्देश आ गए हैं।
अधिकारी व स्कूल मुखिया विद्यार्थियों को योगाभ्यास करवाना सुनिश्चित कर रहे हैं। सुबह प्रार्थना सभा के बाद विद्यार्थियों को 25 मिनट योग और कसरत करवाई जाएगी। इसके लिए विभाग ने सभी प्राचार्यो को निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में नई सरकार आने के बाद ही सरकारी स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने पर काम शुरू हो गया था। सरकार ने हरियाणा स्पोर्ट्स एंड फिजिकल फिटनेस पॉलिसी 2015 के तहत योग को सभी शिक्षण संस्थानों में फिजिकल प्रशिक्षण के साथ अनिवार्य कर दिया है। शिक्षा निदेशालय ने इसे लेकर सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है।
निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा कि स्कूल में योग को शुरू कराने को लेकर प्राचार्यो को निर्देश दे व स्कूलों में इसे लागू करवाना सुनिश्चित करें। प्रदेश सरकार ने योग को बढ़ावा देने के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव को ब्रांड एंबेसडर बनाया है। हालाकि योग को अनिवार्य किए जाने का कई लोगों ने विरोध भी किया था। इससे पहले भी हरियाणा सरकार ने स्कूलों में योग अभ्यास के लिए प्रयास किया था। इसके लिए फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों और प्राचार्यो तक को योग अभ्यास के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया था, लेकिन स्कूलों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था।
जिला शिक्षा अधिकारी मनोज कौशिक के मुताबिक सभी स्कूलों में निर्देश दे दिए गए हैं कि स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद योगा को सुनिश्चित करवाएं। निदेशालय ने सभी शिक्षकों को निर्देश दिया है कि योग के लिए शिक्षक डायरी में भी प्रावधान किया गया है। शिक्षक को खुद ही योग के विभिन्न आसन को चुनकर विद्यार्थियों को बताना होगा। रोजना डायरी में भी लिखना होगा कि क्या सिखाया। निदेशालय ने स्कूलों में प्रार्थना सभा के बाद योग और आत्मरक्षा के प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया है। प्रार्थना के बाद और कक्षा शुरू होने से पहले नियमित रूप से योग की कक्षा लगाई जाएगी। कसरत व योग के लिए 25 मिनट का समय तय किया गया है। इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदू बोकन ने कहा कि नियमित योग अभ्यास कराने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छा होगा।