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ग्रामीणों ने तहसील में जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मानेसर में 19 एकड़ पंचायती जमीन के गलत इंतकाल दर्ज करने का मामला सामने आया

By Edited By: Published: Fri, 17 Apr 2015 09:31 PM (IST)Updated: Fri, 17 Apr 2015 09:31 PM (IST)
ग्रामीणों ने तहसील में जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मानेसर में 19 एकड़ पंचायती जमीन के गलत इंतकाल दर्ज करने का मामला सामने आया है। पंचायत की इस जमीन का इंतकाल हरियाणा राज्य औद्योगिक संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) के नाम देख मानेसर के लोग भड़क गए। इससे गुस्साए ग्रामीण शुक्रवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पंचायत और तहसील कार्यालय पहुंच गए। वहां विरोध प्रदर्शन किया और कार्यालय भवन पर ताला जड़ दिया। उनका आरोप था कि तहसीलदार, पटवारी और गिरदावरों ने मिलकर यह गड़बड़ी की है। मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारी अशोक खेमका से कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

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ग्रामीणों का साथ पड़ोसी गांव के ग्रामीण और कई पार्षद भी वहां मौजूद थे। मौके पर पहुंचे एसीपी मानेसर राहुल देव ने प्रदर्शनकारियों को जांच का आश्वासन दिया तो करीब दो घंटे बाद ग्रामीणों ने ताला खोला। गांव के सरपंच ने बताया कि चौधरी बंसीलाल की सरकार ने पंचायत को अस्पताल और महिला कालेज बनवाने के लिए यह जमीन दी थी, लेकिन कुछ समय बाद एचएसआइआइडीसी ने जमीन को खाली पड़ा देखकर कब्जा कर लिया। कब्जा छोड़ाने के लिए 2005 में तत्कालीन सरपंच कैप्टन नेतराम ने ग्राम पंचायत की तरफ से एचएसआइआइडीसी के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दर्ज कराई। लंबा केस लड़ा। हाईकोर्ट ने ग्रामीणों के हक में फैसला सुनाते हुए पंचायत को इस 19 एकड़ जमीन को गाव के लिए इस्तेमाल करने का पूर्ण अधिकार दे दिया था। सरपंच धर्मवीर ने आरोप लगाया कि एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों तहसीलदार मीतू धनखड़ और पटवारी सतबीर ने मिलीभगत कर जमीन का इंतकाल बुधवार को एजेंसी के नाम करा लिया। इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो वे काफी नाराज हो गए। शुक्रवार सुबह बुलाई गई आपात पंचायत मे प्रशासन के खिलाफ धरना देने का फैसला किया गया। इसके बाद ग्रामीण एकजुट होकर तहसील पहुचे और ताला लगाकर तहसील का कामकाज ठप कर दिया। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की व तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करने लगे। मौके की नजाकत को देखते हुए तुरंत एसीपी मानेसर राहुल देव, थाना प्रभारी मानेसर इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद, खेड़कीदौला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गुलाम मोहम्मद व तहसीलदार मीतू धनखड़ तहसील के गेट पर ग्रामीणों से बात करने पहुचे, लेकिन ग्रामीणों ने तहसीलदार से कोई भी बात करने से इंकार कर दिया। सरपंच और जिला पार्षद अजीत सिंह रामेश्वर यादव, अभिमन्यु यादव, डा.धर्मेद्र यादव, राजबीर मानेसरिया, राजेन्द्र, धर्मबीर नंबरदार, सूरत नंबरदार, सुमेर नंबरदार, देविंद्र मास्टर, श्योचंद पूर्व सरपंच दिनेश यादव एसीपी राहुल देव को तुरंत प्रभाव से तहसीलदार, पटवारी व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने व जांच वरिष्ठ आइएएस अधिकारी अशोक खेमका या प्रदीप कासनी से पूरे मामले की जाच कराने को कहा। एसीपी मानेसर राहुल देव ने बताया कि मामला काफी गंभीर है। तहसीलदार व ग्रामीणों से बात करने के बाद उपायुक्त को तुरंत मामले से अवगत करा दिया गया है। जमीन की जो इंतकाल कराई गई थी उसे तुरन्त प्रभाव से रद करने के निर्देश डीसी ने जारी किए हैं।

धोखे से साइन कराए

तहसीलदार मीतू धनखड़ का कहना है पटवारी के पास लगे कुलदीप नामक व्यक्ति ने धोखाधड़ी से मुझसे इंतकाल पर दस्तखत कराए हैं। ग्रामीणों से मिलने के बाद पता चला कि वो सरकारी मुलाजिम नहीं है। वह डीसी रेट पर काम कर रहा है, इसलिए कुलदीप के खिलाफ कार्रवाई हेतु उपायुक्त को मेल भेज दी गई है।

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''पूरा मामला मेरे संज्ञान में जैसे ही आया इंतकाल रद करने के लिए रिब्यू आर्डर जारी कर दिया। जांच की जा रही है जो भी दोषी साबित होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

-टीएल सत्यप्रकाश, उपायुक्त गुड़गांव।


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