स्कूलों में लागू होंगे नए कोर्स
जागरण संवाददाता, गुड़गांव: मांग बढ़ने के साथ अब व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को प्रदेश के सैकड़ों अन्य
जागरण संवाददाता, गुड़गांव:
मांग बढ़ने के साथ अब व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को प्रदेश के सैकड़ों अन्य स्कूलों में भी लाया जा रहा है। शिक्षा विभाग व एनएसक्यूएफ (नेशनल स्किल क्वालीफिकेशनल फ्रेमवर्क) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल प्रदेश के स्कूलों में चल रहे इन कोर्सो को जबरदस्त सराहना मिल रही है और इन कोर्सो के चारों लेवल कंपलीट कर लेने वाले विद्यार्थियों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट भी हो रहा है। ऐसे में इनकी मांग बढ़ी है जिसके चलते इन कोर्सो का लाभ अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।
नए स्कूलों में नए वोकेशनल कोर्सो को लागू किए जाने को लेकर वीरवार से एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। एससीईआरटी में आयोजित होने वाली पांच दिवसीय कार्यशाला के दौरान प्राचायरें को कोर्स के लाभ बताए जाएंगे। जारी आदेशों के अनुसार 26 मार्च को अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व भिवानी, 27 मार्च को कैथल, करनाल व पंचकुला, 28 मार्च को जींद, पानीपत, सोनीपत व मेवात, 29 मार्च को हिसार, सिरसा, फतेहाबाद और 30 मार्च को महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव, फरीदाबाद, रोहतक, पलवल व झज्जर जिलों से राजकीय स्कूलों के प्राचार्य हिस्सा लेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि कार्यशाला में अगर कोई प्राचार्य हिस्सा नहीं लेता है तो उस पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है। अगर सारी योजना सही से क्रियान्वित हुई तो आने वाले सत्र से प्रदेश के सैकड़ों अन्य स्कूलों में भी वोकेशनल कोर्सो को लागू कर दिया जाएगा। फिलहाल प्रदेश के 240 स्कूलों में यह कोर्स चलाए जा रहे हैं। नए सत्र में प्रदेश के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में वोकेशनल कोर्स चलाने वाले स्कूलों की संख्या 490 हो जाएगी। जिले के 21 राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरु किये जाएंगे। नए सत्र 2015-16 के दौरान प्रदेश के 250 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स चलाए जाने का प्लान बनाया है। प्रत्येक स्कूल में दो वोकेशनल कोर्स चलाये जाएंगे। इनमें मीडिया एवं एंटरटेनमेंट, कृषि और टूरिज्म को शामिल किया जाना है। कक्षा नौवीं के 25 विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम से जोड़ा जाएगा। वोकेशनल कोर्स चलाये जाने को लेकर एससीईआरटी में 26 मार्च से पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी चयनित स्कूलों के प्राचार्य हिस्सा लेंगे। विभाग की ओर से सभी चयनित स्कूल प्राचार्यो को कार्यशाला में हिस्सा लेना होगा।