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निगम के दावों की खुली पोल, सुअर पकड़ने का अभियान फुस्स

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : करीब दो माह से शहर के लोग सुअरों के कारण तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्

By Edited By: Published: Tue, 03 Mar 2015 06:19 PM (IST)Updated: Wed, 04 Mar 2015 04:30 AM (IST)
निगम के दावों की खुली पोल, सुअर पकड़ने का अभियान फुस्स

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : करीब दो माह से शहर के लोग सुअरों के कारण तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्वाइन फ्लू बीमारी फैलने का डर सता रहा है। अभी तक निगम 22 फरवरी से सुअर पकड़ने का अभियान चलाने का दावा कर रहा था लेकिन शुरुआती दौर में ही यह अभियान फुस्स हो गया है। लोग लगातार शिकायत कर रहे लेकिन कोई भी इस समस्या के निदान को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है।

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पॉश एरिया हो या फिर पुराना शहर सभी जगह सुअरों की समस्या से लोग हलकान हैं। डीएलएफ फेस वन के डी ब्लाक के सिक्स लेन रहने वाली महिला अरूणा भाटिया का कहना है कि दिन हो या रात हर समय सुअरों के कारण खासी दिक्कत हो रही है। कालोनाइजर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे तो निगम अधिकारी तो फोन भी नहीं उठाते। यहां तक निगम के काल सेंटर पर शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन कई माह हो गए कोई यहां झांकने तक नहीं आया। इसी प्रकार समसपुर के योगेंद्र का कहना है कि निगम की वेबसाइट से लेकर काल सेंटर पर शिकायत दर्ज करा रहे लेकिन सुअर पकड़ने को लेकर कोई तैयार नहीं है। इस समय जब स्वाइन फ्लू बीमारी का कहर देश पर मंडरा रहा है लेकिन निगम अधिकारी सिर्फ दावे करने में लगे हैं। सूरत नगर के महेश कुमार का कहना है कि 22 फरवरी से सुअर पकड़ने का अभियान चलाने का दावा करने वाले अधिकारी यह भी नहीं बता पा रहे कि अभी तक उन्होंने इस दिशा में क्या कदम उठाए हैं। सेक्टर 15 पार्ट टू के राजेश कुमार का कहना है कि मरे हुए सुअर उठाने की शिकायत निगमायुक्त से लेकर संयुक्त आयुक्त को की लेकिन कोई नहीं चेता। खुद अपनी जेब से पैसा खर्च कर सुअरों को ग्रीन बेल्ट एरिये से उठवाया। कमान सराय में भी यही समस्या है। इससे तो लगता है कि निगम अधिकारी सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैं और यही कारण हैं कि उनके अभियान सफल नहीं होते हैं। निगम प्रवक्ता सतबीर का कहना है कि निगमायुक्त विकास गुप्ता ने इस समस्या निदान के लिए अभियान चलाने के आदेश दे रखे हैं। साथ ही जो सुअर सार्वजनिक जगह विचरण करते मिलेंगे उन्हें पकड़कर नीलाम किया जाएगा। वहीं उनके पालकों के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज कराया जाएगा। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ करने को कहा गया है। बावजूद यदि कोई लापरवाही बरत रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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