स्कूल छोड़ चुके छात्रों को प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता, गुड़गांव: एनवीईक्यूएफ (राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षण योग्यता फ्रेमवर्क) के तहत ब
जागरण संवाददाता, गुड़गांव:
एनवीईक्यूएफ (राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षण योग्यता फ्रेमवर्क) के तहत बेरोजगार, अर्ध कुशल तथा स्कूल बीच में ही छोड़ चुके युवाओं के अच्छे दिन आने वाले हैं। इन युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाने की कोशिश होगी। इस दिशा में स्टार योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत एनवीईक्यूएफ की ओर से इस तरह के युवाओं को तीस दिन का प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। प्रशिक्षण पर आने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। इस प्रशिक्षण में सफल अभ्यर्थियों को स्टार घोषित किया जाएगा। इन्हें आर्थिक मदद भी दी जाएगी। एनवीईक्यूएफ के अतिरिक्त निदेशक केके अग्निहोत्री के मुताबिक ऐसे युवाओं में कौशल विकास के बाद उनका दो स्तरों पर मूल्यांकन किया जाएगा। फिर उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्टार स्कीम के तहत सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। एनवीईक्यूएफ के तहत स्कूलों में रोजगार परक वोकेशनल कोर्स लागू किए जाने की योजना पहले ही बना ली गई थी। अब इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिहाज से स्कूलों में कोर्स करने वाले युवाओं को 'स्टार' करार दिया जाएगा। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में स्टार योजना के तहत स्कूलों में छुंिट्टयों के दौरान स्कूली व गैर स्कूली युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान स्कूल की लैब का प्रशिक्षण के लिए इसतेमाल किया जाएगा। रिटेल तथा ऑटोमोटिव सेक्टर के अलावा कृषि से जुड़े वोकेशनल कोर्स भी करवाए जाने की योजना है। अभी तक एनवीईक्यूएफ के तहत नौंवी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूल वोकेशनल कोर्स स्कूल टाइम में ही पढ़ाए जाते हैं। अब तक प्रदेश के 240 स्कूलों में सात वोकेशनल कोर्स चल रहे थे और आने वाले सत्र में इन स्कूलों व कोर्सो की संख्या बढ़ाई जा रही है।