किसानों ने रोजकामेव आइएमटी में 300 करोड़ का काम रोका
फोटो-28एमडब्ल्यूटी, 13जेपीजी। चित्र परिचय- अशोक सांगवान, उपायुक्त मेवात। नौ गावों के सैकड़ों किसा
फोटो-28एमडब्ल्यूटी, 13जेपीजी।
चित्र परिचय- अशोक सांगवान, उपायुक्त मेवात।
नौ गावों के सैकड़ों किसान सरकार से जमीन के बढ़े हुए दाम
जानकार इस विवाद को मेवात के विकास में बड़ी बाधा मान रहे हैं।की माग कर रहे है
शेर सिंह डागर, मेवात :
मेवात जिले के रोजका मेव में स्थापित होने रही औद्योगिक आधुनिक नगरी (आइएमटी) के निर्माण को फिलहाल मेवात के किसानों ने रोक दिया है। नौ गावों के सैकड़ों किसान सरकार से अपनी जमीन के बढ़े हुए दाम की माग रहे है। जिससे आइएमटी को विकसित करने के लिए छोड़ा गया 300 करोड़ रुपये टैंडर का काम बंद हो गया। किसानों ने सरकार से जमीन के वाजिब दाम मिलने पर ही काम शुरू होने की बात कही है। किसान व सरकार की इस जद्दोजहद में यहां अपना उद्योग स्थापित करने की मंशा पालने वाली ताइवान व होंडा जैसी कंपनी अपने पैर पीछे हटा सकती हैं। यह मेवात के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है। बता दें कि रोजका मेव में नौ गावों की करीब 1501 एकड़ भूमि पर आइएमटी का निर्माण होना है। किसान नेता आजाद ने बताया की पहले 24.91 दोबारा बढ़ाकर 45.91 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से इस जमीन के मुआवजा दे चुकी है। लेकिन अब किसान इस कीमत को कम बता रहे हैं। किसानों का कहना हैं जब तक जमीन के बाजार के दाम नहीं मिलेंगे तब तक वो निर्माण कार्य को आगे नहीं बढ़ने देंगे। किसानों का कहना है कि वे इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष भी रखेंगे। एचएसआईआईडीसी ने इस जमीन पर काम शुरू करने के लिए 300 करोड़ रुपये का टैडर छोड़ दिया है। निर्माण कंपनी की ओर यहा पर एक सप्ताह निर्माण कार्य भी किया, लेकिन किसानों ने निर्माण का कार्य बंद करवा दिया तथा इस जगह धरने पर बैठ गए। छह सेक्टरों में विकसित होने वाली इस आइएमटी में 300 करोड़ से सड़क, सीवर, ड्रेनेज, बिजली सबस्टेशन, पार्क सहित तमाम सुविधा मुहैया कराई जाएंगी। इस आइएमटी में अपने पैर जमाने के लिए होंडा कंपनी व ताईवान देश की कंपनी आने को तैयार हैं। इन कंपनियों के अधिकारी यहां दौरा कर चुके है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त अशोक सागवान ने एचएसआईआईडीसी के कार्यकारी अभियंता विकास बातचीत कर मामले पर जल्द ही उचित निर्णय लेने की बात कही है। लेकिन जानकार इस विवाद को मेवात के विकास में बड़ी बाधा मान रहे हैं। उपायुक्त अशोक सांगवान ने कहा कि इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात की जा रही है। जल्द ही इस मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा।