नगर निगम को सशक्त बनाने के लिए सीएम को लिखा पत्र
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : शहर के कुछ सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : शहर के कुछ सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को नगर निगम को सशक्त बनाने के लिए पत्र लिखा है। इस पत्र में लोगों ने संविधान के 74 वें अनुच्छेद का जिक्र करते हुए लिखा है कि शहर में नगर निगम वर्ष 2008 में बना है। नगर निगम का काम नगर निगम को करने चाहिए मगर इसके लिए अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग जिम्मेदारियां हैं, इस वजह से लोग असमंजस में पड़ जा रहे हैं। कालोनाइजरों, हुडा, नगर निगम, हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग आदि कई विभागों के जिम्मे निगम द्वारा किए जाने वाले काम हैं। इसकी वजह से शहर का सुनियोजित विकास नहीं हो पा रहा है। लोग समस्याओं को एक दूसरे के मत्थे मढ़ देते हैं।
वर्ष 2008 से गुड़गांव में 11 नगर निगम कमिश्नर बदल चुके हैं। 2011 में नगर निगम में चुने हुए प्रतिनिधि भी आ गए हैं। मेयर और पार्षदों की टीम के पास के वल पुराने शहर के विकास का अधिकार है जबकि उनके दायरे में पूरा शहर होना चाहिए था। जिन संगठनों ने पत्र लिखा है उसके प्रतिनिधि पूर्व आइएएस अधिकारी शैलेश पाठक और सामाजिक कार्यकर्ता रुचिका सेठी ठक्कर के मुताबिक हमने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से यह मांग की है कि गुड़गांव नगर निगम में एक सीनियर आइएएस अधिकारी की नियुक्ति की जाए और उन्हें तीन साल तक काम करने का मौका दिया जाए। पूरे शहर में संविधान के मुताबिक स्थानीय स्वशासन से जुड़े नगर निगम के सभी कार्य नगर निगम के जिम्मे सौंपा जाए ताकि शहर का समान विकास हो सके और समस्याओं का समाधान समुचित तरीके से हो सके। शहर के कालोनाइजर इलाकों के कई आरडब्ल्यूए संगठनों ने भी इस पत्र में अपनी सहमति जताई है।