पाच साल से रिक्त पड़ा है वेटरनरी सर्जन का पद
संवाद सहयोगी, नगीना : लगभग पाच साल से कस्बे के मवेशी अस्पताल में सर्जन का पद रिक्त पड़ा हुआ है। विभाग
संवाद सहयोगी, नगीना : लगभग पाच साल से कस्बे के मवेशी अस्पताल में सर्जन का पद रिक्त पड़ा हुआ है। विभाग ने यहा का अतिरिक्त चार्ज फिरोजपुर झिरका के मवेशी अस्पताल के वीएस को सौंप रखा है।
कस्बे के सद्दीक अहमद, हसन, महेन्द्र सैनी, जाकिर आदि मवेशी पालकों का आरोप है कि अस्थाई वीएस होने के कारण उनके यहा दर्शन ही नहीं होते। स्थाई चार्ज वाले वीएस के नहीं होने पर मवेशियों को समय पर उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। उचित इलाज के अभाव में रोग ग्रस्त पशुओं की मौतें भी होने लगी हैं। उचित इलाज के अभाव में जाकिर की एक दुधारु भैंस की मौत भी हो गई। वार्ड पंच सतपाल व सरफुद्दीन का कहना है कि वीएस के नहीं होने पर कस्बे में मीट की दुकानों पर बिकने वाले मास की जाच भी नहीं हो पाती। इस कारण मास विक्रेता भी लापरवाह हो गए है। बीमा क्लेम के लिए मृतक पशुओं का पोस्टमार्टम कराने में भी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पोस्टमार्टम के लिए किसी अन्य अस्पताल से सर्जन बुलाना पड़ता है। यहां तैनात एक ही वीएलडी को ही मवेशियों के रोगों का उपचार करना पड़ रहा है। उसे भी कई बार विभागीय व निजी कार्यो के लिए छुट्टी पर जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में अस्पताल के चौकीदार कम सफाई कर्मी को ही डाक्टर बन कर पशुओं का इलाज करना पड़ता है। बशीर अहमद, अलीशेर, इसेखा, सूरजपाल आदि मवेशी पालकों का कहना है कि पिछली सरकार में तो बार-बार माग के बाद भी उनकी नए वीएस के लिए कोई सुनवाई नहीं हुई। उनको अब नई सरकार से उम्मीद है कि अब सरकार उनकी परेशानी को समझेगी और वीएस के रिक्त पद पर प्राथमिकता के साथ सर्जन की नियुक्ति करेगी।