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मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री से करेंगे गैस एजेंसी की शिकायत

जागरण संवाददाता, मेवात : जिला मुख्यालय स्थित गैस एजेंसी पर लोगों को समय गैस नहीं मिल रही हैं। इस बात

By Edited By: Published: Wed, 29 Oct 2014 07:44 PM (IST)Updated: Wed, 29 Oct 2014 07:44 PM (IST)
मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री से करेंगे गैस एजेंसी की शिकायत

जागरण संवाददाता, मेवात : जिला मुख्यालय स्थित गैस एजेंसी पर लोगों को समय गैस नहीं मिल रही हैं। इस बात को लेकर उपभोक्ताओं में खासा रोष है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि एजेंसी मालिक एक पूर्वमंत्री का रिश्तेदार है, जिसके दम पर वो यहां मनमर्जी कर रहा है। कांग्रेस राज में उपभोक्ताओं को जमकर परेशान करने वाली एजेंसी मालकिन अभी भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रही है। जबकि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया है। उपभोक्ताओं ने कहा कि वह यहां हो रही कालाबाजारी व मनमर्जी के बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व संबंधित केंद्रीय मंत्री को शिकायत करेंगे।

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आरोप है कि लगभग डेढ़ महीने इंतजार करने के बाद तो सिलेंडर का जैसे-तैसे नंबर आता है, लेकिन तब भी गैस नहीं मिलती, जिससे नंबर आने के बाद भी उन्हें लगातार चक्कर लगाने पड़ते हैं।

जिला मुख्यालय नूंह में सिर्फ एक ही गैस एजेंसी है। वह भी उपभोक्ताओं को पूरी सुविधा देने में नाकामयाब है। उपभोक्ता मोतीलाल अरोड़ा ने बताया कि इस गैस एजेंसी की मालकिन शहर से बाहर रहती है। वह कभी कभार ही एजेंसी आती है। उसकी गैर मौजूदगी में यहां काम करने वाले कर्मचारी अपनी मनमानी करते हैं, तो मालिक भी इसी मिजाज की है। वो भी उपभोक्ताओं को जमकर परेशान करती हैं। बार-बार चक्कर कटाती है, जिससे शहर में लगभग तीन-चार महीने से गैस की नियमित आपूर्ति नहीं हो रही है। धर्म चंद, किशनलाल, हीरालाल, बालकिशन व मोती सहित कई उपभोक्ताओं का कहना है कि गैस लेने के लिए विशेष रूप से छुट्टी लेनी होती है। उस पर भी यह निश्चित नहीं कि गैस मिल ही जाएगी। गैस वितरकों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते कई बार एजेंसियों पर झगड़े की नौबत भी आ चुकी है। बुकिंग कराने के एक माह बाद तक भी उन्हे गैस नहीं मिल पाती। उपभोक्ताओं का आरोप है कि यह गैस एजेंसी पूर्वमंत्री राव दान सिंह के रिश्तेदार की है, जिससे वे मनमानी करते हैं। एक बार गैस मिलने के बाद उन्हें दो माह तक इतजार करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि महीने भर इंतजार के बाद जब वे एजेंसी गए तो वहां उन्हें टीवाईसी फार्म दे दिया गया और इसे भरकर जमा कराने के बाद ही गैस मिलेगी कहा गया, लेकिन फार्म जमा करने के बाद भी उन्हें गैस नहीं मिली। जब कर्मचारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस पर अभी मैडम के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। इसीलिए वे गैस नहीं दे रहे हैं।


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