कप्तान ही सुस्त तो पुलिस कहां से होगी चुस्त
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका : शहर में आए दिन बढ़ रही चोरी की घटनाओं को लेकर लोगो मे रोष है। अब लोग
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका : शहर में आए दिन बढ़ रही चोरी की घटनाओं को लेकर लोगो मे रोष है। अब लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कह रहे हैं कि जब पुलिस कप्तान ही सुस्त हैं तो पुलिस कहां से चुस्त होगी। लोगों का आरोप है कि पिछले कई माह से पुलिस सुस्त है और चोर चुस्त हैं। ऐसे में कैसे उम्मीद करें कि चोरी रुकेंगी।
बता दें कि फिरोजपुर झिरका के तीन तरफ 15 किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान का क्षेत्र है। वहीं भौगोलिक दृष्टि से अरावली पहाड़ नजदीक होने के कारण अपराधी शहर में चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद आसानी से इन अरावली पहाड़ों में छिप जाते है। फिरोजपुर झिरका में काफी पहले से ही मेवात पुलिस का सीआइए थाना है। एक जमाना था कि सीआइए के नाम से अपराधी कापते थे और इस क्षेत्र में अपराध करने की हिम्मत नहीं होती थी, लेकिन ये शाखा भी अपना रुतबा खोती जा रही है, जिसके कारण बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। दीपावली के त्योहार पर शहर में चार लोगों के घरों के ताले चोरों ने तोड़े और लाखों के गहने ले उड़े। चोरों ने सीमा चुटानी, प्रीतम ठाकुर, बलराज सेठी के साथ-साथ नरदेव आर्य के घर को निशाना बनाया।
क्या कहते हैं शहरवासी
श्रीश्यामसखा मंडल के प्रधान मनोज तायल, भाजपा के मजदूर प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष वेदराम सैनी, मान सिंह सैनी ने क हा कि मेवात पुलिस की फिरोजपुर झिरका में स्थित सीआइए के जवानों को आदेश देकर एसपी साहब को चुस्त बनाना चाहिए। यहां आए दिन चोरी हो रही है। यह शर्म की बात है। खास बात यह है कि पुलिस किसी चोरी का पता नहीं लगा पा रही है। पुलिस का अपराधियों पर कम कमाई पर ज्यादा ध्यान हैं।
वही रटा हुआ आश्वासन
डीएसपी अनिल कुमार का कहना है कि उन्होंने सीआइए इचार्ज अल्लाबख्श को कह दिया है कि रात के समय सीआइए के जवान भी गश्त पर रहेगे। उन्होंने कहा कि नगर में हुई चोरी की घटनाओं का खुलासा करने के लिए पुलिस थाने के साथ-साथ सीआइए की टीम संयुक्त रूप से काम कर रही है। उम्मीद है कामयाबी मिलेगी।