पिंकी ने कालेज पर लगाया तंग करने का आरोप
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : परीक्षा परिणाम को लेकर उपजे असंतोष के बाद सोमवार सुबह कालेज परिसर में ही
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : परीक्षा परिणाम को लेकर उपजे असंतोष के बाद सोमवार सुबह कालेज परिसर में ही तेल डाल डालकर आत्मदाह का प्रयास करने वाली छात्रा पिंकी चौहान की दूसरे दिन भी हालत नाजुक बनी रही। सत्तर फीसद झुलसने के बाद पिंकी के अंगों में आए जख्मों से संक्रमण भी बढ़ रहा है। हालांकि सफदरजंग अस्पताल (दिल्ली) के चिकित्सक उसे बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। हालत गंभीर होने के बाद भी पिंकी ने सोमवार रात पुलिस को बयान दिया। उसने कहा कि घटना के लिए कालेज प्रशासन जिम्मेदार है। उसे मजबूरीवश आत्मघाती कदम उठाना पड़ा।
बयान के आधार पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि मामले में किसी को नामजद नहीं किया गया है। पुलिस पूरी जांच के बाद साक्ष्य मिलने पर ही किसी को अभियुक्त बनाने के मूड में है। क्योंकि पिंकी द्वारा आत्मदाह के बाद उग्र हुई छात्राओं ने यह तक आरोप लगाया था कि पिंकी को लैब में बंद कर दिया गया था। इसके बाद उसने लैब से केमिकल उठा खुद के उड़लेकर आग लगा ली थी। लेकिन पिंकी ने अपने बयान में यह कहा है कि वह पेट्रोल पंप से खुद तेल लेकर आई थी। हालांकि बयान पुलिस कर्मी द्वारा ही लिखा गया है, उसमें पिंकी का केवल अंगूठा लगा हुआ है। ऐसे में छात्राएं पिंकी के बयान को लेकर पुलिस द्वारा की गई बात पर एतबार कम कर रही है।
तीसरी आंख बताएगी हादसे की सच
कोई दोषी बच ना जाए तथा कोई बेगुनाह दोषी न बन जाए, इसके लिए पुलिस जांच में तीसरी आंख की मदद लेगी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कैमरे के फुटेज लिए जा रहे हैं, उससे वास्तविकता देखी जाएगी। हालांकि घटनाक्रम के कुछ पहलू कैमरे की नजर से दूर हो सकते हैं। लिहाजा पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी छात्राओं के बयान भी दर्ज कर रही है।
यह है पूरा प्रकरण
करीब बीस दिन पहले जारी हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा परिणाम से कई कालेजों के विद्यार्थी आहत हैं। शुक्रवार को सेक्टर चौदह स्थित महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने रोष प्रदर्शन भी किया था। इसी बात को लेकर सोमवार को छात्राएं फिर आंदोलन कर रही थीं। इस दौरान कासन गांव निवासी बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा पिंकी ने खुद के ऊपर तेल डाल आग लगा ली थी।
मैं सिस्टम से परेशान थी
एक पेज के बयान में पिंकी ने कहा है कि परीक्षा परिणाम गलत आया। कई लड़कियों को जीरो नंबर दिए गए। पांच सौ से अधिक विद्यार्थी फेल कर दिए गए। इससे सभी विद्यार्थी आहत थे। कालेज प्रशासन उनकी सुन नहीं रहा था। इस सिस्टम को सुधारने व कालेज प्रशासन के रवैए से तंग आकर उसने खुद को आग लगा ली।