घूस खोर अधिकारियों पर विजिलेंस की नजर
सत्येन्द्र सिंह, गुड़गांव : सरकारी महकमों में तैनात उन अधिकारियों व कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है, जो नवरात्र व दीपावली पर काम करने के नाम पर लोगों का दीवाला निकालने के लिए तैयार रहते हैं। राज्य सतर्कता ब्यूरो के अधिकारियों ने कुछ नामचीन (घूस लेने के मामले में) अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची बनाकर उन पर निगाह रखनी शुरू कर दी है। अब देखना यह है कि फाइल पास करने के नाम पर मोटी रकम पचाने वाले शातिर सरकारी कारिंदे सतर्कता ब्यूरो की टीम के हत्थे चढ़ते हैं या नहीं।
वैसे तो राज्य सतर्कता ब्यूरो (विजिलेंस) भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए हर दम प्रयासरत रहती है। महीने दो महीने में कोई न कोई घूसखोर अधिकारी या कर्मचारी धर लिया जाता है। इस साल 58 कर्मचारी घूस के फंदे में फंसकर हवालात की सैर कर चुके हैं। वह अलग बात है कि विजिलेंस जितना सतर्क होती है, उससे कहीं अधिक घूस लेने वाले अधिकारी सतर्क हो जाते हैं। दरअसल वे घूस लेने का नया फंडा ईजाद कर लेते हैं। कुछ शातिर अधिकारी व कर्मचारी तो दीपावली के समय घूस के नाम पर घर में ऐसी वस्तु लगवा लेते हैं जिसकी कीमत हजारों में होती है। इस बार यह काम और भी सतर्कता से घूसखोरों को करना पडे़गा। क्योंकि इस बार विजिलेंस अधिकारियों ने विशेष रणनीति तैयार कर बड़े-बड़े शोरूमों तक अपने जासूस लगा दिए हैं। हालांकि वे जासूस अभियान की गोपनीयता भंग भी कर सकते हैं। लेकिन विजिलेंस अधिकारी आश्वस्त है कि वे घूस लेने वालों को बेनकाब कर देंगे। अपनी इसी रणनीति के तहत विजिलेंस टीम दो माह में एक इंस्पेक्टर सहित कई पुलिस कर्मियों व पटवारी को बेनकाब कर चुकी है। टीआइ पद पर तैनात रहा एक इंस्पेक्टर अभी फरार चल रहा है जबकि उसका सरकारी चालक रंगे हाथ पकड़ा गया और जेल पहुंच गया।
इसी रणनीति के सहारे विजलेंस अधिकारी नगर निगम हुडा, बिजली निगम, पुलिस विभाग सहित कई महकमों में तैनात घाघ अधिकारियों व कर्मचारियों को रडार पर ले चुके हैं। विजलेंस के पास करीब पचास घूसखोर के नाम से मशहूर अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची है।
वर्जन :
चिह्नित किए गए सरकारी कर्मचारी व अधिकारी निगाह में हैं। बस मौके का इंतजार किया जा रहा है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारी सरकारी व्यवस्था के लिए दीमक बन चुके हैं। उन्हें बेनकाब करने का प्रयास चल रहा है। विभागीय विभीषणों पर भी नजर रखी जा रही है। घूस खोर जन सहयोग से ही पकड़े जाएंगे लिहाजा लोगों से अपील है कि उन्हें पकड़वाने के लिए आगे आएं।
-योगेंद्र सिंह नेहरा, डीआइजी विजलेंस गुड़गांव ब्यूरो।