वार्ता बेअसर, हड़ताल जारी
फोटो 18 जीयूआर 3 जेपीजी
-सफाई कर्मी मांग पूरी करने की बात पर अड़े, दिनभर चला बैठकों का दौर
-मांग पूरी नहीं हुई तो करेंगे भूख हड़ताल, सफाई व्यवस्था चरमराई
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : सफाई कर्मचारियों की हड़ताल बृहस्पतिवार को भी जारी रही। निगम अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों से बातचीत कर काम पर लौटने को कहा। दोनों पक्ष के बीच हुई वार्ता बेअसर रही। कर्मियों ने दो टूक शब्दों में कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। साथ ही अब वह भूख हड़ताल पर भी बैठ सकते हैं। इसके लिए कर्मियों के बीच दिनभर बैठकों का दौर चला। दूसरी ओर सफाई कर्मियों के हड़ताल पर रहने से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और लोग गंदगी व बदबू से खासे परेशान हैं।
सफाई कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। कर्मी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और अब भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं। कर्मियों को समझाने के लिए बृहस्पतिवार को सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक, अनिल नैन, सुधीर कुमार नई बस्ती स्थित वाल्मिकी मंदिर में एकत्रित कर्मियों से मिलने पहुंचे। तीनों ने समझाया कि उनकी मांगें जल्द पूरी हो जाएंगी। उनकी हड़ताल के कारण शहर के लोगों को खासी दिक्कतें हो रही हैं। बावजूद कर्मी अपनी बात पर अड़े रहे। कर्मियों ने दो टूक शब्दों में कहा कि उनकी मांगों का पत्र निगमायुक्त व उपायुक्त के पास है। जब तक वह उसे पूरा नहीं करेंगे तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। कर्मियों के इस रवैए के चलते तीनों अधिकारी लौट गए और अपने अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट सौंपी। दूसरी ओर निगम अधिकारी अभी भी सफाई अधिकारियों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
दिनभर चला बैठकों का दौर
नई बस्ती स्थित वाल्मिकी मंदिर परिसर में सुबह से ही सफाई कर्मी एकत्रित थे। दिन भर बैठकों का दौर चला और कई सफाई नेता वहां पहुंचे। सफाई कर्मी नेता राम सिंह, सुलतान सिंह, नरेश आदि ने बताया कि निगम अधिकारी आए थे लेकिन उनके आश्वासन पर हम मानने वाले नहीं। जब तक एसडीओ नरेंद्र सिहाग, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक बिजेंद्र शर्मा को निगम से रिलीव नहीं किया जाता, कर्मियों को स्थायी करना, उनके साथ अनुबंध कर उनका वेतन दिलाने, सिहाग द्वारा नियुक्त कर्मियों को बाहर निकालने वाली मांगों का निदान नहीं होगा तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। साथ ही अब कर्मी भूख हड़ताल पर बैठने की बात करने लगे हैं।
चारों तरफ पसरी गंदगी
हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। अस्थायी कर्मियों के साथ-साथ कई स्थायी कर्मी भी अपनी कई मांगों को लेकर काम पर नहीं आ रहे हैं। इसके चलते कालोनी, गांव से लेकर मुख्य रोड, ग्रीन बेल्ट के अलावा कूड़ेदान तक की गंदगी व कूड़ा नहीं उठ रहा है। बदबू व गंदगी से लोग परेशान हैं, लेकिन निगम का सफाई अमला सहित अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
स्थापना विभाग व सफाई विंग में तालमेल नहीं
निगम की स्थापना विभाग व सफाई विंग में तालमेल नहीं होने के कारण अभी तक सफाई कर्मियों को वेतन नहीं मिला, जबकि सरकार का नोटिफिकेशन आने के बाद कर्मियों से अनुबंध करने की प्रक्रिया पर न तो स्थापना विभाग ने ध्यान दिया न ही सफाई अधिकारियों ने। दोनों ही एक-दूसरे की जिम्मेदारी बताकर अपने कर्तव्य से भाग रहे हैं। साथ ही मुख्यालय पर बैठने वाले अधिकारी भी मूक दर्शक बने हुए हैं।
''कर्मियों को एक साल के अनुबंध पर रखा जा रहा है। इसके लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है। यह काम होते ही उनका वेतन रिलीज कर दिया जाएगा। साथ ही अगले महीने से समय पर सभी को वेतन मिलेगा।''
-बीएस सांगवान, चीफ एकाउंट आफिसर, नगर निगम