जिले 21, शामिल हुईं सिर्फ 10 जिलों की टीमें
जागरण सवांददाता, गुड़गांव : खेलों के नाम हर साल करोड़ों खर्च हो रहे हैं। बावजूद इसके कई जिलों मे हाकी की टीमें नहीं हैं। शिक्षा विभाग व खेल विभाग का रिकार्ड देखने से पता चलता है कि सभी जिलों में हाकी टीमें हैं, लेकिन प्रतियोगिता में सच सामने आ गया।
गुड़गांव में खेली जा रही राज्यस्तरीय प्री नेहरू हाकी प्रतियोगिता में टीमों की संख्या कम रही। हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग हर वर्ष अपने पीटीआई को ट्रेनिंग देने के नाम लाखों खर्च कर रहे हैं, ताकि स्कूलों में खेलों को बढ़ावा मिल सके। गुड़गांव में हुई राज्य स्तरीय हाकी प्रतियोगिता में कुल 10 टीमें राज्य से पहुंचीं, जबकि राज्य में 21 जिले हैं और कई जिलों से हाकी टीमों की भागेदारी नहीं है। इससे साफ है कि उन जिलों के किसी भी स्कूल व खेल विभाग में हाकी टीमों को तैयार नहीं किया गया है। अगर इन जिलों में हाकी टीमें तैयार की गई है, तो वह टीमें गुड़गांव में चल रही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग क्यों नहीं ले रही। राज्य के सभी स्कूलों में पीटीआई तैनात किए गए हैं।
हालांकि खेल विभाग भी कम जिम्मेदार नहीं है। स्कूली प्रतियोगिताओं में ज्यादातर वही टीमें भाग लेती है जो जिला खेल विभाग तैयार करता है। अगर स्कूली स्तर पर टीमें तैयार नहीं की गई, तो खेल विभाग द्वारा प्रशिक्षित की गई टीमें कहां हैं। प्रतियोगिता में जिन जिलों से टीमें शामिल नहीं हुई है वहां हाकी के प्रशिक्षक आराम कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी टीमें कम आने पर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सभी स्कूलों में समय पर पत्र भेजा जाता है। प्रतियोगिता में जितनी टीमें शामिल होती है उन्हें शामिल किया जाता है। जिन जिलों से टीमें नहीं आई है उनसे जवाब उच्च अधिकारी ही ले सकते हैं। बुधवार को प्रतियोगिता का देर से शुरू होने का कारण भी यही था कि टीमें नहीं पहुंची थी।