बीएमडब्ल्यू खरीद में धोखाधड़ी का मामला दर्ज
जागरण संवाददाता, गुड़गांव :
बीएमडब्ल्यू कार खरीद मामले में आर्थिक अपराध जांच शाखा ने अपनी रिपोर्ट में आरोपों को सही पाया है। इस रिपोर्ट के आधार पर सेक्टर 29 पुलिस ने दो महिलाओं समेत चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने फर्जी आरसी बना एक बुजुर्ग को कार बेंचने के आरोप में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बुजुर्ग ने कार खरीदते समय ही पूरी रकम चुका दी थी, लेकिन जब वह कार की आरसी अपने नाम कराने गया, तो पता चला कि आरसी फर्जी है। इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सुशांत लोक के गलेरिया मार्केट में कार सजावट की दुकान चलाने वाले राजेंद्र आनंद ने 10 फरवरी को सेक्टर 29 पुलिस को एक शिकायत दी थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि उसकी दुकान पर आने वाले अरुण कोचर ने उससे कहा था कि उसके पास एक बीएमडब्ल्यू गाड़ी है। वह गाड़ी बिल्कुल साफ सुथरी है। उस पर न तो कोई लोन है और न ही पुलिस केस। उनकी मां को पैसे की जरूरत है, इसलिए वह गाड़ी बेचना चाहते हैं। राजेंद्र आनंद ने अरुण पर विश्वास कर जनवरी, 2014 में एक बार पांच लाख व दूसरी बार में दस लाख रुपये दिए। यह रकम उसने अपनी दुकान पर ही अरुण को दिए। इसके बाद उन्होंने दो चाबियों समेत बीएमडब्ल्यू गाड़ी राजेंद्र आनंद के हाथ सौंप दी। इसके बाद करीब एक महीने बाद वह दिल्ली में जब अपने नाम गाड़ी करवाने गए, तो वहां पर दलाल ने उनसे पेपर ले लिए। इसके कुछ दिन बाद पता चला कि गाड़ी पर 19 लाख का लोन है। गाड़ी की आरसी भी फर्जी है। इसके बाद राजेंद्र ने अरुण व उनके परिजनों को इस बात की जानकारी दी, लेकिन वह दिन ब दिन उसे धोखा देते चले गए। राजेंद्र ने थक हार कर इसकी शिकायत पुलिस से कर दी। पुलिस ने इस मामले मे करीब दो महीने तक कार्रवाई ही नहीं की। कई महीने चक्कर काटने के बाद मामला ईओडब्ल्यू सेल को सुपुर्द कर दिया गया। यहां भी लंबे समय तक मामला लटका रहा, आखिरकार शाखा ने मामले की जांच में आरोप सही पाये। इस रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल ने कार्रवाई का निर्देश दिया। इस आधार पर थाना पुलिस ने अरुण कोचर, उसकी मां प्रेम कुमारी, पत्नी शालिनी कोचर तथा बेटा गोकुल के खिलाफ बृहस्पतिवार को मामला कर लिया।