सोहना रोड से कब हटेगा एबी केबल का जाल
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पिछले तीन-चार वर्षो से नेताजी सुभाषचंद्र बोस चौक से लेकर बादशाहपुर पावर सब स्टेशन तक एबी केबल हटाने की मांग चल रही है। कई बार बिजली निगम अधिकारी आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन मामला ज्यों का त्यों। विधानसभा चुनाव में विपक्ष के लिए यह भी एक मुद्दा बनेगा।
एबी केबल में बार-बार आ रही गड़बड़ी से जहां शहर के लोग परेशान हैं। वहीं इसकी वजह से शहर बदसूरत भी दिख रहा है। कई इलाकों में तारों का जाल फैला है। सोहना रोड पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस चौक से लेकर बादशाहपुर पावर हाउस तक ऐसा एक साथ कई लाइनें गुजर रही हैं। एक साथ लाइनों के गुजरने से जहां बार-बार गड़बड़ी आ रही है, वहीं गड़बड़ी ठीक करने में भी परेशानी आ रही है। पार्क व्यू सिटी सहित कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रहती है। एक लाइन को ठीक करने के लिए सभी लाइनें बंद करनी पड़ती है। इसके लिए लंबे समय से मांग चल ही है कि लाइनों को बिजली के खंभों से हटाकर भूमिगत किया जाए। इस बारे में हुडा एवं निगम में समझौता भी हो चुका है। इसके आगे काम कब शुरू होगा इसका पता नहीं। संबंधित इलाके के लोगों का कहना है कि एबी केबल ने जीना हराम कर रखा है। बार-बार फाल्ट की शिकायत। एक लाइन में शिकायत आती है तो सभी लाइनें बंद कर दी जाती हैं। पार्क व्यू सिटी निवासी बीके अग्रवाल कहते हैं कि लाइनों को भूमिगत करना ही समस्या का समाधान है। पता नहीं क्यों निगम अधिकारी इस विषय पर गंभीरता से काम करने को तैयार नहीं। इसका खामियाजा वे लोग भुगत रहे हैं। हर महीने लाखों रुपये का डीजल जलाते हैं, क्योंकि एबी केबल में गड़बड़ी की वजह से प्रतिदिन काफी देर बिजली गुल रहती है। बादशाहपुर निवासी राजेंद्र त्यागी कहते हैं कि सड़क के किनारे ग्रीन बेल्ट से होकर लाइनें गुजर रही हैं। कई बार इतनी जबर्दस्त स्पार्किंग होती है कि डर लगने लगता है। रात में स्पार्किंग के दौरान आग लगने का भय रहता है। बिजली निगम के अधिकारी कई बार कह चुके हैं कि लाइनें भूमिगत की जाएंगी, वह समय कब आएगा इसका पता नहीं। एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले साउथ सिटी दो निवासी भूपेंद्र सिंह कहते हैं कि शहर की खूबसूरती के लिए भी आवश्यक है कि लाइनें हों। सोहना रोड धीरे-धीरे एमजी रोड जैसा होता जा रहा है। एबी केबल की वजह से खूबसूरती निखर कर सामने नहीं आ रही है। ऐसा लगता है जैसे तारों का जाल फैला है। साइबर सिटी के मिजाज के हिसाब से बिजली निगम के अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। वे परंपरागत तरीके से ही काम निबटाने में लगे हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि गुड़गांव में ऐसे अधिकारियों की फौज तैयार करे जो साइबर सिटी के मिजाज के हिसाब से सोचता हो।