कहीं जब्त पाइप हरसरू गांव के तो नहीं
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : शीतला कालोनी स्थित गोडाउन से नगर निगम के मिले 25 लाख रुपये के पानी के पाइप कहीं हरसरू गांव से चोरी हुए पाइप तो नहीं हैं। इस पहलू पर भले ही अभी तक पुलिस का ध्यान नहीं गया लेकिन निगम अधिकारी इसे ध्यान में रखते हुए अपनी जांच आगे बढ़ा रहे हैं। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस की जांच पर निगम अधिकारी सवालिया निशान लगा रहे हैं, तो पुलिस का कहना है कि आरोपी के बयान को तस्दीक किया जा रहा है।
कुछ माह पूर्व एक ठेकेदार को हरसरू गांव में पानी आपूर्ति का काम मिला था। इस कार्य के लिए निगम द्वारा अधिकृत कंपनी के पाइप ट्रक के माध्यम से गांव पहुंचे थे। पानी के इन पाइप का उपयोग होने से पूर्व ही यह चोरी हो गए। ठेकेदार ने चोरी की बात कही लेकिन निगम अधिकारियों के गले नहीं उतरी। हालांकि बाद में सेक्टर दस पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया। 24 अप्रैल को जब निगम चीफ इंजीनियर ने सुनील गुप्ता नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके गोडाउन से निगम के पाइप जब्त कराए तो यह सवाल सामने आ गया कि हरसरू से चोरी हुए पाइप भी कहीं इसी प्रकार से बेच तो नहीं दिए। निगम अधिकारियों का कहना है कि सुनील गुप्ता ने जिस ठेकेदार का नाम लिया है उसी के पाइप हरसरू गांव से चोरी हुए थे। सिंगरोहा का कहना है कि यह गंभीर अपराध है और इसमें निश्चित रूप से जेई व एसडीओ मिले होंगे। बिना इनकी मिलीभगत या लापरवाही के इस प्रकार से पाइप मार्केट में जाना नामुमकिन है।