बीस रुपये की पर्ची कटाओ, फिर होगी बाजार में एंट्री
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : शहर के पार्किंग ठेकेदारों का धंधा घाटे की दिशा में जा रहा है। इस घाटे
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
शहर के पार्किंग ठेकेदारों का धंधा घाटे की दिशा में जा रहा है। इस घाटे से उभरने के लिए वे हर हथकंडा अपना रहे हैं। कुछ दिन तो उन्होंने शहरवासियों को धमकाया कि यदि पार्किंग में वाहन न खड़े किए तो क्रेन से उठा लेंगे। इसके बाद लोगों ने विरोध किया तो थोड़ा सा पीछे हट गए। अब वे बाजार से क्रॉस करने वालों से भी फीस मांगते हैं।यानी यदि किसी ने फव्वारा चौक से जवाहर चौक तक गाड़ी लेकर जाना है तो उसे 20 रुपये की पर्ची कटानी ही पड़ेगी। यदि कोई पर्ची कटाने से मना कर दे तो उसे वहीं पर रोक लिया जाता है और वापस जाने को कहा जाता है। सोमवार को फतेहाबाद कोर्ट के अधिवक्ता संदीप ¨सह महरोक यहां से गुजर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने लालबत्ती चौक से थाना रोड होते हुए डीएसपी रोड की तरफ निकलना था। जैसे ही थाना रोड पर पार्किंग के सामने पहुंच तो यहां ठेकेदार के का¨रदों ने रोक लिया। का¨रदों ने कहा कि गाड़ी पार्किंग में लगाओ। संदीप ¨सह ने बताया कि उन्होंने बाजार में रुकना नहीं है, बल्कि सीधे आगे निकलना है। तब पार्किंग वालों का जवाब था कि यदि यहां से गुजरना है तो भी बीस रुपये की पर्ची तो कटानी ही पड़ेगी। ठेकेदार का कहना था कि उन्होंने 21 लाख रुपये नगर परिषद को देकर ठेका लिया है। यह राशि किसी तरह तो पूरी नहीं करनी पड़ेगी। इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच काफी बहस हुई। आखिरकार वहां पर एकत्र भीड़ ने विवाद शांत किया।
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गलत है यह सिस्टम
अधिवक्ता संदीप ¨सह महरोक नहीं कहा कि पार्किंग की यह व्यवस्था गलत है। पार्किंग का अर्थ यह नहीं कि नगर परिषद ठेकेदार से कमा ले और फिर ठेकेदार लोगों की जेब में हाथ डालना शुरू कर दें। थाना रोड बाजार एक आम रास्ता है। यहां से गुजरने वालों का रास्ता नहीं रोका जा सकता। यदि कोई वाहन नॉन पार्किंग में खड़ा है तो पुलिस उसका चालान काट सकती है। पार्किंग ठेकदार को ऐसा करने का अधिकार नहीं है।
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शिकायत नहीं आई: प्रधान
नगर परिषद के प्रधान दर्शन नागपाल ने कहा है कि ठेकेदार के खिलाफ अभी उनके पास शिकायत नहीं आई है। हम चाहते हैं कि पार्किंग व्यवस्था में शहरवासी सहयोग करें। वर्षों की मांग के बाद शहर को पार्किंग मिली है। इसका फायदा लेना चाहिए। यदि ठेकेदार किसी से गलत व्यवहार करते हैं तो नप में शिकायत दें। उसका समाधान किया जाएगा।
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::::: रिपोर्टर : प्रदीप जांगड़ा ::::