प्रचंड गर्मी ने ली मजदूर की जान, जनजीवन प्रभावित
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: अप्रैल माह गेहूं कटाई व कढ़ाई का समय होता है। लेकिन इस बार गर्मी इतनी है
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: अप्रैल माह गेहूं कटाई व कढ़ाई का समय होता है। लेकिन इस बार गर्मी इतनी है कि हर कोई परेशान है। किसानों व मजदूरों की माने तो कई साल बाद यह पहली बार होगा कि आधे अप्रैल में तापमान 45 डिग्री को छू रहा है। गर्मी के कारण खेतों में काम करना भी मुश्किल हो गया है। रतिया की अनाज मंडी में काम कर रहे मजदूर की मौत भी गर्मी के कारण हो गई है। हालांकि अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि नहीं हो सकी है कि मृतक की मौत गर्मी के कारण हुई है। लेकिन एक दिन पूर्व ही मंडी में काम करते हुए मजदूर को चक्कर आ गया और उसे हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां शुक्रवार को मौत हो गई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 43.5 व न्यूनतम 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।
मई माह शुरू होने में अभी दस दिन पड़े है। लेकिन जिस तरह गर्मी बढ़ रही है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार तापमान 50 डिग्री तक पहुंच सकता है। जिले में अभी तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री को डच कर चुका है। लेकिन जिस तरह दिन प्रतिदिन मौमस में बदलावा आ रहा है उसे गर्मी कम होने वाली नहीं है। शुक्रवार को मौसम में आए बदलाव के कारण तापमान में कुछ कमी जरूर आई लेकिन दोपहर बाद लू चलने के कारण गर्मी से राहत नहीं मिली।
--गर्मी से मजदूर की मौत
रतिया के बबनपुर सेंटर पर काम कर रहे बिहार के मधेपुरा के गांव चैनपुर निवासी 35 वर्षीय अफ्जुल बृहस्पतिवार को अनाजमंडी में काम कर रहा था। इस दौरान उसे चक्कर आ गया और उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। मजदूर की हालत सामान्य न होने पर उसे हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया।
मजदूर की मौत भी गर्मी से बताई जा रही है। हालांकि चिकित्सकों ने अभी पुष्टि नहीं की है कि मजदूर की मौत का कारण क्या था। लेकिन गर्मी में काम करते जिस तरह मजदूर गिरा उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत गर्मी लगने के कारण हुई है। रतिया के वरिष्ठ चिकित्सक अधिकारी वीके जैन ने कहा कि मजदूर की मौत किसी कारण हुई इसकी पुष्टि करना मुश्किल है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मौत का कारण क्या था।
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ग्रामीण क्षेत्रों में बुरा हाल
ग्रामीण क्षेत्रों में फसली सीजन होने के कारण दिन के समय में बिजली सप्लाई बंद कर रखी है। दिन के समय में तापमान अधिक होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रात के समय में भी बिजली कट अधिक लग रहे है। बृहस्पतिवार रात को अनेक गांवों में तीन से चार घंटे का कट लगा। ग्रामीणों का कहना है कि अगर दिन में बिजली नहीं आ रही है तो रात को तो कट न लगाए।
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छोटे बच्चे परेशान, अभिभावकों ने की छुट्टी की मांग
बढ़ते तामपान में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को लू लगने के कारण डायरियां का भी शिकार हो रहे है। इसलिए अभिभावकों ने सरकार से मांग की है कि इस भीषण गर्मी में स्कूलों की छुट्टी की जाए ताकि बच्चों को राहत मिले। वहीं प्राइवेट स्कूल भी छोटे बच्चों को जल्द ही घर भेज रहे हैं ताकि गर्मी से बच सके।
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गर्मी से ये करे बचाव
-बच्चों को दोपहर के समय घर से बाहर न निकालें।
-समय-समय पर तरल पदार्थ का सेवन करें।
-दोपहर के समय नीबू पानी का प्रयोग करें।
-बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाएं।
-बीमार होने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
-घर से बाहर निकलते समय सिर पर कपड़े अवश्य लें।