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दो सेंटरों की अल्ट्रासाऊंड रिपोर्ट अलग-अलग, जांच करने पहुंची टीम

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: अल्ट्रासाऊंड की रिपोर्ट गलत देने के आरोप की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री अनिल

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Mar 2017 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2017 01:01 AM (IST)
दो सेंटरों की अल्ट्रासाऊंड रिपोर्ट अलग-अलग, जांच करने पहुंची टीम
दो सेंटरों की अल्ट्रासाऊंड रिपोर्ट अलग-अलग, जांच करने पहुंची टीम

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: अल्ट्रासाऊंड की रिपोर्ट गलत देने के आरोप की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, व सीएम ¨वडो तथा उपायुक्त को देने के बाद शुक्रवार को जांच करने के लिए टोहाना एसएमओ डॉ.सतीश गर्ग सिविल सर्जन कार्यालय में पहुंचे। यहां पर डॉ.गर्ग ने शिकायतकर्ता शहीदांवाली निवासी पवन कुमार तथा बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर के बयान दर्ज किए। टीम मामले की जांच करके रिपोर्ट सीएमओ डॉ.अशोक चौधरी को सौंपेगी। इधर बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर के जितेंद्र शर्मा ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।

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शिकायतकर्ता पवन कुमार ने बताया कि 25 जुलाई 2016 को तबीयत खराब होने पर शहर के निजी अस्पताल में दाखिल हुआ। यहां पर डाक्टर ने अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर भेज दिया। अल्ट्रासाऊंड की रिपोर्ट नार्मल आई। उसके बाद डाक्टर ने 31 जुलाई को दोबारा अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए कहा। जब दोबारा अल्ट्रासाऊंड करवाया गया तो उसकी रिपोर्ट भी नार्मल आई। बीमारी का पता न लगने पर डाक्टर ने हिसार रेफर कर दिया। पवन का कहना है कि उसके बाद शहर के ठाकर बस्ती में डाक्टर को दिखाया गया। यहां पर डाक्टर के कहने पर अनुपम अल्ट्रासाऊंड से टेस्ट करवाया गया। रिपोर्ट में गुद्रे में पत्थरी बताई गई। तसल्ली के लिए चौथी बार सत्यम अल्ट्रासाऊंड से टेस्ट करवाया गया। यहां भी रिपोर्ट में पत्थरी मिली। आरोप है कि मामले को लेकर पहले डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक को कहा गया लेकिन कोई न्याय नहीं मिला। उसके बाद मामले की शिकायत सीएमओ, सीएम ¨वडो व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को दी गई। विज ने सीएमओ को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। सीएमओ ने टोहाना के एसएमओ डॉ.सतीश गर्ग को जांच अधिकारी नियुक्त किया। गर्ग ने शुक्रवार को दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए।

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यूरिन ब्लेंडर खाली था :

मरीज जब अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए आता है तो उसे पानी पीने के लिए कहा जाता है। इस मामले में भी मरीज को अल्ट्रासाऊंड से पहले पानी पीन के लिए कहा गया। जब अल्ट्रासाऊंड किया गया तो रिपोर्ट नार्मल आई। मरीज को कहा भी गया कि पानी पीकर दोबारा अल्ट्रासाऊंड करवाए। लेकिन मरीज ने मना कर दिया। मरीज का यूरिन ब्लेंडर खाली था। जिससे पत्थरी का पता नहीं लग पाया। रिपोर्ट में भी बताया गया है कि मरीज ने पानी नहीं पीया हुआ था और यूरिन ब्लेंडर खाली था। सभी आरोप निराधार हैं।

- जितेंद्र शर्मा

बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर फतेहाबाद

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मामले की शिकायत आई थी, जिसकी डॉ.सतीश गर्ग जांच कर रहे हैं। दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। जांच रिपोर्ट ग्रींवैंस की बैठक में रखी जाएगी।

- डॉ.अशोक चौधरी

सिविल सर्जन फतेहाबाद


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